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कोरोना काल में झोलाछाप डॉक्टरों की चांदी: खुलेआम पेड़ों के नीचे मरीजों का हो रहा इलाज, पिता की डिग्री पर बेटे का धंधा चालू

jantaserishta.com
7 May 2021 9:26 AM GMT
कोरोना काल में झोलाछाप डॉक्टरों की चांदी: खुलेआम पेड़ों के नीचे मरीजों का हो रहा इलाज, पिता की डिग्री पर बेटे का धंधा चालू
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इस कोरोना महामारी काल में झोलाछाप डॉक्टरों की जमकर चांदी हो रही है. ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों का धंधा जमकर फलफूल रहा है. एमपी में विदिशा के नटेरन ब्लाक के ग्राम वर्धा में एक बिना डिग्री का झोलाछाप डॉक्टर खेत में खुलेआम पेड़ों के नीचे मरीजों को ड्रिप लगाकर इलाज कर रहा है. जब मामला बीएमओ के संज्ञान में लाया गया उन्होंने कहा क‍ि सीएमएचओ को लिखकर कार्रवाई करवाएंगे.

नीम हकीम खतरे-ए-जान...यह हकीकत चरितार्थ होते दिख रही है. नटेरन ब्लॉक के ग्राम वर्धा में जहां खुला आसमान है. जहां खेतों में पेड़ खड़े हुए हैं, वहां छोटे-छोटे पलंग डालकर झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण काल में आदमी जीवन और मौत के बीच बमुश्किल अपनी जिंदगी बचा पा रहा है. ऐसे में झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से इनकी जिंदगी पर खतरा बना हुआ है.
कमाल यह भी है क‍ि कितने सारे मरीजों का इलाज खुले आसमान के नीचे चल रहा है लेकिन जिला सीएमएचओ या जिला स्वास्थ्य प्रबंधन को इसकी जानकारी भी नहीं है. यह भी अपने आप में कमाल है प्रश्न उठता है कि किसकी मेहरबानी से यह सब धंधा धड़ल्ले से चल रहा है.
एक और तारीफ की बात है कि जिन दवाइयों को कम टेंपरेचर में रखना चाहिए, उन दवाइयों को झोलाछाप डॉक्टर लोहे की टीन के नीचे एक कबाड़खाने जैसे कमरे में रखे हुए हैं. इसके बावजूद भी जिला स्वास्थ्य अमले की निगाहें इसे नहीं देख पा रहे हैं.
इस बारे में डॉक्टर अब्दुल करीम खान ने बेशर्मी के साथ खुद कहा क‍ि हमारे पिताजी के पास डिग्री है और उसी डिग्री से हम इनका इलाज कर रहे हैं. इन लोगों को कमजोरी है तो ड्रिप चढ़ा देते हैं. वह खुद कह रहे हैं क‍ि थोड़ा बहुत कोरोना का इलाज भी कर देते हैं.
नटेरन ब्लॉक की डॉग मेडिकल ऑफिसर नीतू राय के पक्ष को सुनिए जिनके कंधों पर पूरे ब्लॉक के स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जिम्मा है लेकिन उन्हें भी आज तक यह दिखाई नहीं दिया. जब वीडियो उनके संज्ञान में लाया गया तो कहती हैं क‍ि हम पता लगाएंगे, सीएमएचओ को लिखेंगे और एक टीम बनाकर कार्रवाई करेंगे.
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