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मुश्किल में फंसी स्कूल प्रिंसिपल, इजरायल-हमास युद्ध का असर अब भारत में देखने को मिल रहा

jantaserishta.com
2 May 2024 3:21 AM GMT
मुश्किल में फंसी स्कूल प्रिंसिपल, इजरायल-हमास युद्ध का असर अब भारत में देखने को मिल रहा
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उन्हें पैरेंट्स का सपोर्ट मिल रहा है।
मुंबई: इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी हमास के बीच जंग का असर सिर्फ मिडिल ईस्ट नहीं, भारत में भी दिखने लगा है। मुंबई के प्रसिद्ध सोमैया स्कूल की प्रिंसिपल ने कथित तौर पर इस युद्ध को लेकर सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट कर दी, जिस पर स्कूल चलाने वाले ट्रस्ट ने प्रिंसिपल को इस्तीफा देने का आदेश दे दिया है। हालांकि प्रिंसिपल ने पद छोड़ने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगी क्योंकि मैंने स्कूल को अपना 100 प्रतिशत दिया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने हमास के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट किया था। हालांकि अब उन्हें पैरेंट्स का सपोर्ट मिल रहा है।
स्कूल की प्रिंसिपल का नाम परवीन शेख बताया जा रहा है। वह स्कूल के साथ 12 साल से जुड़ी हैं और पिछले 7 साल से प्रिंसिपल पद पर कार्यरत हैं। वेब पोर्टल ऑप इंडिया में छपि रिपोर्ट के मुताबिक, परवीन शेख ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर फिलिस्तीन और हमास-इजरायल संघर्ष के मुद्दे पर अपने विचार रखे। उन्होंने अपनी पोस्ट में क्या लिखा? यह तो पता नहीं चल पाया है लेकिन, बताया जा रहा है कि उनकी पोस्ट में फिलिस्तीन और हमास के प्रति उदार विचार थे। उन्होंने हमास के प्रति सहानुभूति जताई। यही मुद्दा काफी बवाल पैदा कर रहा है।
रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए परवीन शेख ने कहा, “26 अप्रैल को हुई एक बैठक में, प्रबंधन ने मुझे बताया कि यह उनके लिए एक कठिन निर्णय है और उन्होंने मुझसे इस्तीफा देने के लिए कहा... मैंने अगले कुछ दिनों तक काम करना जारी रखा, लेकिन प्रबंधन प्रतिनिधियों की ओर से मुझ पर इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला गया।
शेख के मुताबिक, “मैं लोकतांत्रिक भारत में रहती हूं और मुझे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पूरा अधिकार है। इसलिए भी क्योंकि यह लोकतंत्र की आधारशिला है। यह बिल्कुल भी कल्पनीय नहीं है कि मेरी अभिव्यक्ति इस तरह की दुर्भावनापूर्ण भावनाओं को भड़काएगी और मेरे खिलाफ पक्षपाती एजेंडे ऐक्टिव हो जाएंगे।" उन्होंने जोर देकर कहा कि वह किसी भी सूरत में इस्तीफा नहीं देंगी।
उन्होंने वेब पोर्टल पर अपने खिलाफ प्रकाशित रिपोर्ट पर हैरानी जताई और कहा कि ऐसी रिपोर्ट छापने से पहले उनसे संपर्क नहीं किया गया। उधर, सोमैया ट्रस्ट से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि स्कूल के कर्मचारियों को अपने निजी सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने व्यक्तिगत विचार व्यक्त करने की अनुमति है, बशर्ते वे स्पष्ट रूप से बताएं कि ये व्यक्तिगत राय हैं।
सोमैया ट्रस्ट के एक प्रवक्ता ने शेख के उस बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। इस बीच, स्कूल के छात्रों के माता-पिता ने परवीन शेख के समर्थन में अपनी आवाज उठाई है। उनका कहना है कि शेख की ईमानदारी और स्कूल के प्रति समर्पण के चलते कुछ विषयों पर उनके विचारों से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
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