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फंसा कैशियर, एक्शन होते ही हड़कंप, जानें पूरा मामला

jantaserishta.com
11 April 2024 6:27 AM GMT
फंसा कैशियर, एक्शन होते ही हड़कंप, जानें पूरा मामला
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51 लाख रुपए नगद भी बरामद किए।
रांची: रांची पुलिस ने पीएचईडी विभाग के एक कर्मचारी को 20 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार कर्मचारी के पास से पुलिस ने 51 लाख रुपए नगद भी बरामद किए। घोटाले को लेकर रांची के सदर थाने में पिछले साल एफआईआर दर्ज की गई थी। गिरफ्तार आरोपी का नाम संतोष कुमार है और वह पेयजल विभाग में कैशियर है। पुलिस ने उसे सुखदेवनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि लंबित कांडों की समीक्षा के बाद सभी थानेदारों को इसके निष्पादन का निर्देश दिया गया था। इसी आधार सिटी एसपी राज कुमार मेहता के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। इसी बीच जानकारी मिली की संतोष रांची के सुखदेवनगर इलाके में नजर आया है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। संतोष के पास से 51 लाख रुपए नगद मिले। संतोष अपनी ससुराल और घर में गबन की राशि छुपाकर रखा था। एसएसपी के अनुसार इस मामले में कई अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई है। मामले में जांच जारी है और आगे भी कारवाई की जाएगी।
दरअसल, पेयजल स्वच्छता शीर्ष कार्य प्रमंडल विभाग में यह घोटाला गिरफ्तार संतोष कुमार के द्वारा कुछ अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से अंजाम दिया गया था। संतोष ने घोटाले को अंजाम देने के लिए दो निजी कंपनियां बनाईं और अपने सगे-संबंधियों के 15 से अधिक खाता खोले। रांची ट्रेजरी से लगभग 20 करोड़ रुपए निकाल कर इन खाते में डाल दिए। साल 2023 में रांची के सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
पेयजल विभाग में साल 2012 में एलएडंटी कंपनी को रांची में पाइपलाइन बिछाने का काम दिया गया था। लेकिन कंपनी ने बीच में ही काम बंद कर दिया। इसके बाद विभाग के कुछ लोगों ने साजिश रची और किए काम के बदले दोबारा फर्जी बिल बना उस पर संबंधित लोगों के फर्जी हस्ताक्षर किए। ट्रेजरी में नया कोड खुलवाकर एलएनटी को जो भुगतान हुआ था, उसका दोबारा भुगतान करा लिया।
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