भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन दिनेश खारा ने शुक्रवार को कहा कि एसबीआई आवास ऋण बाजार की अगुवाई करता रहा है और आगे भी ऐसा करता रहेगा। खारा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जून तिमाही तक एसबीआई का कुल आवास ऋण 6.52 लाख करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा, हम आवास ऋण के मामले में सबसे बड़े रहे हैं, अब भी हैं और आगे भी सबसे बड़े ऋणदाता बने रहेंगे। उनसे आवासीय कर्ज मुहैया कराने वाली कंपनी एचडीएफसी के एचडीएफसी बैंक में विलय होने के बाद आवासीय ऋण बाजार की मौजूदा स्थिति के बारे में सवाल पूछा गया था।
एक जुलाई से लागू हुए देश के सबसे बड़े विलय (40 अरब डॉलर) से पहले एचडीएफसी बैंक आवास ऋण के मोर्चे पर अधिक सक्रिय नहीं था। वह आवास ऋण खाता हासिल करने के बाद उसे शुल्क लेकर अपनी मूल कंपनी एचडीएफसी को बेच देता था। कई विश्लेषकों के मुताबिक, 31 मार्च, 2023 तक एचडीएफसी बैंक का सामूहिक आवास ऋण 7.3 लाख करोड़ रुपये आंका गया है लेकिन बैंक ने जून तिमाही के नतीजों में इसके आंकड़ों का खुलासा नहीं किया है।
एचडीएफसी के शेयर 13 जुलाई से समाप्त हो गए है। उस समय तक एसबीआई का आवास ऋण 6.4 लाख करोड़ रुपये था। एसबीआई फरवरी, 2021 में एचडीएफसी को पीछे छोड़ते हुए आवासीय ऋण बाजार का अगुवा बना था। उस समय एसबीआई की बाजार हिस्सेदारी 23.5 प्रतिशत थी जबकि एचडीएफसी की हिस्सेदारी 17 प्रतिशत थी।