भारत

व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई का जन्मदिन मनाया गया

Nilmani Pal
23 Aug 2023 11:31 AM GMT
व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई का जन्मदिन मनाया गया
x

दिल्ली.शहर में हो रही भारी बारिश के बावजूद 22 अगस्त को जलेस, जसम और कैफ़ी आज़मी एकेडमी की ओर से कैफ़ी आज़मी एकेडमी के सभागार में व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई का जन्मदिन मनाया गया। कार्यक्रम का आरंभ देवास से आये कहानीकार मनीष वैद्य के कहानीपाठ से हुआ। उन्होंने अपनी कहानी 'हाँका' का पाठ किया जिसमें प्रतीक शैली में कथानक बुना गया था। मवेशियों की समस्या को उठाती कहानी में व्यंग्य का बेहतरीन उपयोग किया गया था।

कहानीपाठ के बाद हरिशंकर परसाई पर कवि-आलोचक चन्द्रेश्वर के लिखे आलेख का पाठ युवा कहानीकार फ़रज़ाना मेहदी ने किया। आलेख के माध्यम से हरिशंकर परसाई के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया था। लेख में स्पष्ट किया गया था कि हरिशंकर परसाई ने हिन्दी व्यंग्य को नए मानदण्ड दिए थे। लेख में परसाई की कई पंक्तियों के माध्यम से उनके व्यंग्य की शक्ति का उद्घाटन किया गया था। राजेन्द्र यादव ने उन्हें मानव मुक्ति का लेखक कहा था।

आलेख पाठ के बाद इन्दौर से आए प्रसिद्ध उपन्यासकार सुनील चतुर्वेदी ने अपने उपन्यास 'लपका' के तीन अध्यायों का पाठ किया। पाठ में खजुराहो परिक्षेत्र के मंदिरों के संदर्भ उभरकर आए थे। पाठ में आए बुन्देली संवादों ने माहौल को जीवन्त बना दिया था। खजुराहो के पर्यटन और उसके साए में चलने वाली चालाकियों को शानदार ढंग से व्यक्त किया गया था।

व्यंग्यकार अनूप मणि त्रिपाठी ने अपनी व्यंग्य रचना का पाठ किया। लघु कथा 'जानवर', और 'भगत जी की क्रान्ति' के माध्यम से उन्होंने वर्तमान राजनीतिक-सामाजिक परिदृश्य पर करारा व्यंग्य किया।

अध्यक्ष के रूप में वक्तव्य देते हुए वरिष्ठ रचनाकार राजेन्द्र वर्मा ने कहा कि हरिशंकर परसाई के बहाने आज के कार्यक्रम ने व्यंग्य के माध्यम से आज के समय में हस्तक्षेप करने का काम किया है। आज पढ़ा कम जा रहा है। लिखा हुआ पढ़ने में भी लोग ग़लतियाँ कर रहे हैं। व्यंग्य को जानना है तो परसाई को पढ़ना पड़ेगा। उनके यहाँ कबीर, प्रेमचंद और निराला के तत्व मौजूद हैं। राजेन्द्र वर्मा ने पूरे कार्यक्रम पर अपनी सकारात्मक टिप्पणी की।

कार्यक्रम का संचालन कवयित्री शालिनी सिंह ने और धन्यवाद ज्ञापन कलीम खान ने किया। इस अवसर पर नवीन जोशी, विजय राय, नलिन रंजन सिंह, प्रतुल जोशी, कुलदीप सिंह सेंगर, रफत फातिमा, रामकिशोर, मोहित पाण्डेय, तरुण निशान्त, राजा सिंह, भगवान स्वरूप कटियार, अखिलेश श्रीवास्तव 'चमन', इंदु पाण्डेय, सीमा सिंह, आभा खरे, समीना खान, पूनम तिवारी, नाइश हसन, सबाहत आफ़रीन, राधिका रावत, ज्ञान प्रकाश चौबे सहित तमाम साहित्य प्रेमी मौजूद थे।

Next Story