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शाखाओं की संख्या बढ़ाने में जुटा संघ, जानें क्या है प्लान?

Kajal Dubey
15 April 2022 3:01 AM GMT
शाखाओं की संख्या बढ़ाने में जुटा संघ, जानें क्या है प्लान?
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अयोध्या: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अब अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए देशव्यापी अभियान की शुरुआत कर दी है. इसके तहत आरएसएस देश के सभी प्रांतों और महानगरों के साथ अपनी शाखाओं का विस्तार करेगी. इन शाखाओं के दौरान संघ से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. अयोध्या में भी गुरुवार को 107 शाखाएं आयोजित की गईं, जिसमें संघ के अवध प्रांत प्रचारक कौशल किशोर तो मौजूद थे ही, साथ ही साथ कई और वरिष्ठ पदाधिकारियों की भी मौजूदगी रही. वैसे तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शाखाओं के इस विस्तार कार्यक्रम को लोगों से जुड़ने, उनके अंदर देश प्रेम की भावना बढ़ाने, और समाज में समरसता को बढ़ावा देना बताती है. लेकिन इसका एक और मकसद 2024 लोकसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार करना भी है.

कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी एक चुनाव के बाद दूसरे चुनाव की तैयारी में जुट जाती है. यही कारण है कि चुनाव के समय जब दूसरी राजनीतिक पार्टियां चुनावी मैदान में सक्रिय होती हैं, तब तक बीजेपी अपनी चुनावी जमीन तैयार कर चुकी होती है. उसकी इस तैयारी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समेत ऐसे कई संगठन शामिल होते हैं जो लगातार लोगों के बीच अपनी स्वीकार्यता कायम करने में जुटे रहते हैं. यूपी चुनाव के बाद संघ ने एक बार फिर अपनी इसी योजना पर काम शुरू कर दिया है. यूं तो संघ गांव से लेकर जिला मुख्यालयों तक अपनी शाखाएं पहले से संचालित करता रहा है, लेकिन अब इसको और विस्तार दिया जाएगा और शाखाओं में अधिक से अधिक लोग शामिल हो इस पर जोर रहेगा.
गुरुवार को अयोध्या के सरयू किनारे ऋण मोचन घाट पर RSS ने एक ऐसी ही शाखा का आयोजन किया. इस शाखा से बड़ा संदेश देने के लिए संघ ने 107 शाखाओं से जुड़े लोगों को इसमें बुलाया था. इस आयोजन को सफल बनाने के लिए संघ की 15 सांगठनिक इकाइयों ने अपना योगदान दिया. यही कारण था कि इस आयोजन में लगभग ढाई हजार के आसपास लोगों ने भागीदारी की, जिसमें अधिकांश संख्या संघ के स्वयं सेवकों की थी.
हालांकि, अपने संबोधन के दौरान संघ के अवध प्रांत प्रचारक कौशल किशोर ने इस तरह के कार्यक्रम को नियमित कार्यक्रम बताया और कहा कि इसका मकसद लोगों के बीच पारस्परिक मिलन और संवाद कायम करना है. ऐसे कार्यक्रमों से समाज में समरसता और भाई चारे के साथ एकजुटता को बढ़ावा मिलता है और विसंगतियां-छुआछूत जैसी कुरीतियां समाप्त होती हैं.
उन्होंने कहा कि शाखाओं को बढ़ावा देने का मकसद केवल इतना भर है कि अधिक से अधिक लोग इसमें शामिल हों, जिससे उनका मन-चित्त और शरीर स्वस्थ रहे, जिससे वे समाज और देश के उत्थान में अपना समुचित योगदान दे सकें. अब जाहिर है जितने अधिक लोग संघ से जुड़ेंगे, उतनी ही भाजपा की जमीन भी मजबूत होगी.
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