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अजीनोमोटो पर लगे प्रतिबंध

Nilmani Pal
15 April 2023 11:39 AM GMT
अजीनोमोटो पर लगे प्रतिबंध
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जसेरि संपादक पप्पू फरिश्ता

अजीनोमोटो अब जानलेवा साबित हो रहा है. कम उम्र में लोगों की मृत्यू आम हो गई है. इसकी वजह अजीनोमोटो भी है. खासकर युवा वर्ग को अजीनोमोटो खाने की लत लग चुकी है. जो चिंता का विषय है. अजीनोमोटो की मांग छोटे कस्बे, गांव और शहरों में बढ़ गई है. डॉक्टर भी अजीनोमोटो खाने से परहेज करने की सलाह दे रहे है. अजीनोमोटो एक तरह का कैमिकल है.

फोटो - जसेरि संपादक पप्पू फरिश्ता

हिंदुस्तान के युवाओं को स्वास्थ्य समस्या से निजात दिलाने के लिए सर्वप्रथम पूरे हिंदुस्तान में अजीनोमोटो मोनोसोडियम गुनामेट monosodium gunamate पर प्रतिबंध लगाना अति आवश्यक हो गया है. अजीनोमोटो जानवरों की हड्डियों से बनता है, और सभी प्रकार के ठेले खोमचे स्ट्रीट फूड एवं चाइनीस रेसिपी में उपयोग करने वाले सभी प्रकार के खतरनाक मशाले पूरे महानगरों में उपयोग किया जा रहा है. जो जीवन के लिए खतरनाक मोनोसोडियम गुनामेट जिससे वाइट सेल बनना बंद हो जाते है. ब्रेन कैंसर होता है, लिवर और किडनी फेल का हमेशा संभावना रहती है, हर बच्चों और युवा को बीपी हाइपरटेंशन और बाल झड़ने की समस्या, दांत टूटने की समस्या पाई जाती है, यही एक कारण है.

इन सभी को प्रतिबंध करना अति आवश्यक है, अधिकांश देशों ने इसे पूर्णता बंद किया है और सजा के योग प्रावधान तय की है. देश के युवाओं और हिंदुस्तान की जनता को बीमारियों से बचाने के लिए अजीनोमोटो मोनोसोडियम गुनामेट पर प्रतिबंध लगाने हेतु कठोर नियम के साथ आदेश जारी कर अच्छे हिंदुस्तान के निर्माण के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। भारत सरकार चाहे तो इस मुद्दे को लेकर सर्वे कर पूरे भारत का रिपोर्ट तैयार करें। साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देश देकर प्रतिबंध लगाए।

प्रधानमंत्री मोदी का यह निर्णय जनहित में होगा और भारत जैसे विशाल देश के लिए स्वस्थ-तंदुरुस्त युवाओं को तैयार करने के लिए एकदम सार्थक साबित होगा. देशवासी कई पीढ़ियों तक प्रधानमंत्री का आभारी और एहसानमंद रहेगा।

ट्विटर पर पूरे ट्वीट देखें और ज्यादा से ज्यादा ट्वीट करे.

सवाल यह नहीं है जानलेवा खाने में मिलाए जाने वाला केमिकल अजीनोमोटो मोनोसोडियम gunamat के ट्वीट को कितने लोगों ने देखा सवाल यह है क्या हिंदुस्तान के आने वाली पीढ़ियों को बीपी शुगर हॉट, दांत की बीमारी सिर दर्द बाल झड़ना और आंखों से कमजोरी वाली के साथ पैदा करना है या यह सब बीमारियों को आगे बढ़ाना है अब सवाल यह उठता है कि देश के अधिकांश युवा और जनता इस ट्वीट को लाइक कर स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रधानमंत्री तक कैसे पहुंचाते हैं. सवाल देश का है, सवाल जिंदगी का है, सवाल युवा पीढ़ी का है, सवाल हिंदुस्तान के सभी नागरिकों के भविष्य का है.


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