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मुश्किल में समीर वानखेड़े, NCB को देनी होगी ये जानकारी
jantaserishta.com
7 March 2022 9:01 AM GMT
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नई दिल्ली: समीर वानखेड़े (sameer wankhede) समेत आर्यन खान केस (Aryan khan Case) से जुड़े तीन अफसरों पर एनसीबी की विजिलेंस जांच में नकेल कसी जा रही है. इसमें अफसरों से तीन साल की प्रॉपर्टी की डिटेल्स मांगी गई है. बैंक अकाउंट के साथ-साथ किचन के सामान, कपड़े, पेन, जूलरी तक की जानकारी देनी है.
बता दें कि आर्यन ड्रग्स केस में मुंबई एनसीबी के पूर्व जोनल चीफ समीर वानखेड़े और मुंबई एनसीबी के अफसरों पर रिश्वत मांगने के आरोप लगे थे. इन आरोपों की जांच विजिलेंस की टीम कर रही है. इस मामले में समीर वानखेड़े, मुंबई एनसीबी के सुप्रींटेंडेंट वीवी सिंह समेत तमाम अफसरों से कई राउंड की पूछताछ विजिलेंस टीम के हेड ज्ञानेश्वर सिंह कर चुके हैं.
अब विजिलेंस की टीम ने मुंबई एनसीबी के पूर्व जोनल चीफ समीर वानखेड़े सहित आर्यन केस के पहले जांच अधिकारी रहे वीवी सिंह और आर्यन की गिरफ्तारी के वक्त टीम का हिस्सा रहे आशीष रंजन से उनकी और उनके परिवार की पिछले 3 साल की प्रॉपर्टी की डिटेल्स मांगी हैं. दिल्ली से विजिलेंस टीम ने रविवार को बाकायदा मेल के जरिए एक फॉर्मेट भेजकर तमाम जानकारी मांगी हैं.
इन संपत्तियों की मांगी जानकारी
मिली जानकारी के मुताबिक, 1 अप्रैल 2017 से लेकर 28 फरवरी 2022 तक कितनी प्रॉपर्टी खरीदी है, उसकी जानकारी और एड्रेस तीनों अफसरों से मांगा गया है. सूत्रों के मुताबिक, अप्रैल 2017 से 28 फरवरी 2022 तक कितनी जूलरी खरीदी गई, कितने कार, मोटरसाकिल हैं? सब पूछा गया है.
इतना ही नहीं, फर्नीचर, कारपेट, रेडियो, टीवी, टेप रिकॉर्डर, पर्सनल कंप्यूटर, एयर कंडीशनर, रूम हीटर, इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे- फ्रिज, वाशिंग मशीन, किचन का सामान आदि की जानकारी भी मांगी गई है. कलाई वाली घड़ियां, पेन, क्रॉकरी का सामान, यहां तक की कपड़ों की जानकारी भी देने को कहा गया है. यह भी पूछा गया है कि उन लोगों के पास कितने हथियार हैं.
नवाब मलिक ने भी लगाए थे आरोप
समीर वानखेड़े, वीवी सिंह पर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी आर्यन की गिरफ्तारी के दौरान रिश्वत लेने का आरोप लगाया था, जिसकी जांच मुंबई पुलिस ने भी की थी लेकिन जब कोई सबूत हाथ नहीं लगा था. तब मामला बंद कर दिया गया था और कोई FIR दर्ज नहीं हुई थी.
उधर विजिलेंस टीम के हेड ज्ञानेश्वर सिंह ने अधिकारी तो अधिकारी उनके परिवार की प्रॉपर्टी के अलावा घर में इस्तेमाल करने वाले समान तक की 3 साल की डिटेल्स मांगी है. वानखेड़े की बात करें तो उन्होंने साल 2020 में मुंबई एनसीबी ज्वाइन की थी. सूत्रों का कहना है की जब महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने कहा दिया की कोई सबूत नहीं मिला है तो जांच के नाम पर अपने ही अफसरों से ऐसी डिटेल्स का मांगा जाना समझ से बाहर है.
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