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असली हीरो को सलाम: गलवान घाटी में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू को मिलेगा महावीर चक्र, गणतंत्र दिवस पर कई जवान भी होंगे सम्मानित
jantaserishta.com
25 Jan 2021 7:37 AM GMT
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चीन के खिलाफ बीते वर्ष लद्दाख की गलवान घाटी में हुई झड़प में शहीद होने वाले कर्नल संतोष बाबू को इस साल महावीर चक्र से नवाजा जाएगा. गणतंत्र दिवस के मौके पर हर साल वीरता पुरस्कारों का ऐलान होता है, ऐसे में इस बार ये पुरस्कार कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत मिल सकता है.
बता दें कि परमवीर चक्र के बाद महावीर चक्र ही सेना में सबसे बड़ा सम्मान है. सरकार के सूत्रों की मानें, गलवान घाटी में हुई झड़प में चीनी सेना का मुकाबला करने वाले कई जवानों को इस बार गैलेंट्री अवॉर्ड से नवाजा जा सकता है.
भारतीय सेना की ओर से इस बार लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल से लेकर लाइन ऑफ कंट्रोल तक कई ऑपरेशन में शामिल हुए जवानों को सम्मानित करने की सिफारिश की गई है. ऐसे में गणतंत्र दिवस के इस खास अवसर पर देश के जवानों का सम्मान कर उनका हौंसला बढ़ाने की एक कोशिश की जा रही है.
इस बार पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद हुए ASI मोहन लाल को भी इस साल गैलेंट्री अवॉर्ड से नवाजा जाएगा. मोहन लाल ने ही IED लगी कार को पहचाना, बॉम्बर पर गोलीबारी की थी.
बीते साल से जारी है चीन संग तनाव
आपको बता दें कि 2020 में अप्रैल महीने से ही लद्दाख में चीन के साथ भारत का तनाव जारी है. जून के महीने में इस तनाव ने हाथापाई, हिंसा का रूप ले लिया. जून में लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसा में भारतीय सेना के करीब 20 जवान शहीद हो गए थे.
तब कर्नल संतोष बाबू ही यहां के कमांडिंग ऑफिसर थे. चीनी सेना से 16 बिहार रेजिमेंट के जवान भिड़ गए थे, चीनी सेना के जवानों को भारतीय जमीन में घुसने से रोका और वापस खदेड़ दिया था. कई दशकों के बीच भारत और चीन के बीच सीमा पर इस तरह की हिंसा हुई और जवानों की जान गई.
पिछले साल अप्रैल से शुरू हुआ विवाद आज तक जारी है. 25 जनवरी को ही ये बात सामने आई कि तीन दिन पहले ही चीन और भारतीय सेनाओं के जवानों के बीच एक और झड़प सिक्किम सीमा के पास हुई, जहां पर चीन ने घुसपैठ की कोशिश की और भारत के जवानों ने उन्हें खदेड़ दिया.
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