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गुलाम नबी आजाद के बहाने सचिन पायलट का सीएम गहलोत पर वार, जानें क्या कहा?

jantaserishta.com
2 Nov 2022 7:39 AM GMT
गुलाम नबी आजाद के बहाने सचिन पायलट का सीएम गहलोत पर वार, जानें क्या कहा?
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

सबको पता है उसके बाद क्या हुआ?
जयपुर; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में राजस्थान के बांसवाड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ की थी. अब इसे लेकर सचिन पायलट ने तंज कसते हुए गुलाम नबी आजाद की तारीफ वाला किस्सा याद दिलाया. इतना ही नहीं सचिन पायलट ने इस पर अंदेशा भी जताया.
सचिन पायलट ने कहा कि पीएम मोदी ने जिस तरह से मानगढ़ में अशोक गहलोत की तारीफ की, उससे कुछ अंदेशा हो रहा है. लोगों को याद है कि किस तरह से पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद की संसद में तारीफ की थी और सबको पता है उसके बाद क्या हुआ?
प्रधानमंत्री मोदी ने बांसवाड़ा में आयोजित 'मानगढ़ की गौरव गाथा' कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ की थी. प्रधानमंत्री ने कहा था कि अशोक गहलोत और मैंने मुख्यमंत्री के रूप में साथ काम किया था. वह हमारे बहुत से मुख्यमंत्रियों में सबसे वरिष्ठ थे, आज भी यहां मंच पर बैठे सभी मुख्यमंत्रियों में से वो सबसे वरिष्ठ मुख्यमंत्रियों में से एक हैं. पीएम मोदी ने अशोक गहलोत की तारीफ ऐसे वक्त पर की है, जब एक साल बाद राजस्थान में चुनाव होने हैं. इतना ही नहीं गहलोत गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक भी हैं.
इससे पहले पीएम मोदी ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे गुलाम नबी आजादी की संसद से विदाई के वक्त जमकर तारीफ की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में भावुक हो गए थे. पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए कहा था कि वो यहां के घर में बगीचे को संभालते हैं, जो कश्मीर की याद दिलाता है. पीएम मोदी ने कहा था कि गुजरात के यात्रियों पर जब आतंकवादियों ने हमला किया, सबसे पहले गुलाम नबी आजाद जी का उनके पास फोन आया. वो फोन सिर्फ सूचना देने का नहीं था, फोन पर गुलाम नबी आजाद के आंसू रुक नहीं रहे थे.
पीएम मोदी ने बताया था कि उस वक्त प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे, तो उनसे फौज के हवाई जहाज की व्यवस्था की मांग की थी. इसी दौरान एयरपोर्ट से ही गुलाम नबी आजाद ने फोन किया, जैसे अपने परिवार के सदस्य की चिंता की जाती है वैसी ही आजाद जी ने उनकी चिंता की.
इसके बाद कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद को राज्यसभा नहीं भेजा था. इसके कुछ महीनों बाद गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से अपना 5 दशक पुराना नाता तोड़ दिया. उन्होंने अपनी नई पार्टी का गठन किया है. उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव लड़ेगी.
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