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रूस की लड़की को रांची के लड़के से हुआ प्यार, परिवार का मिला साथ, ब्याह रचाने आई भारत

Kajal Dubey
15 April 2022 4:39 PM GMT
रूस की लड़की को रांची के लड़के से हुआ प्यार, परिवार का मिला साथ, ब्याह रचाने आई भारत
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रांचीः रूस की एक लड़की को एक झारखंडी लड़के से हुआ प्यार और इसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए दुल्हन सरहदों की दीवारों को लांघते हुए झारखंड पहुंच गई. दोनों का पांच साल पुराना प्यार परवान चढ़ा अब दोनों शादी के बंधन में बंधने वाले हैं. इसके लिए सारी तैयारियां जोरो शोरों से जारी है.

जिस वक्त रूस-यूक्रेन युद्ध की हिंसक और त्रासद कहानियां हमें मायूस कर रही हैं, उसी वक्त रूस के एक नेवी अफसर ए. एल्किना का पूरा परिवार मोहब्बत की एक कहानी को खूबसूरत अंजाम तक पहुंचाने के लिए इन दिनों झारखंड के हजारीबाग में है. यह लव स्टोरी रूसी नेवी अफसर की बेटी सिनिया एल्किना और हजारीबाग के एक युवक के अमित अभिषेक की है. दोनों का इश्कियां पांच साल पुराना है और अब 17 अप्रैल को इस रिश्ते पर वैवाहिक बंधन की मुहर लग जायेगी.
वैवाहिक समारोह का आयोजन हजारीबाग में हो रहा है. रस्में 14 अप्रैल से ही शुरू हो गयी हैं. रूस से सिनिया एल्किना के मां-पिता, भाई-बहन, चाचा-चाची और भारत में रहने वाले उनके एक दर्जन रिश्तेदार यहां 13 अप्रैल को ही पहुंच गये हैं. शुक्रवार को मंडपाच्छादन और घृतढारी की रस्में हुईं. इसके पहले मेहंदी का आयोजन हुआ. 16 अप्रैल को संगीत समारोह है और 17 को मुख्य वैवाहिक समारोह होगा.
अमित अभिषेक एमबीए कोर्स के दौरान इंटर्नशिप के लिए 2017 में रूस की समारा सिटी गये थे. वहीं सिनिया से दोस्ती हुई, जो बाद में प्यार में बदल गयी. कुछ वक्त के बाद अमित इंडिया लौटा और इधर सिनिया को भी भारत सरकार के एक प्रोजेक्ट में नौकरी मिल गयी. सिनिया और अमित दोनों मुंबई में नौकरी करते हैं.
अमित के पिता अमर सिन्हा हजारीबाग शहर के जाने-माने बिजनेसमैन हैं. उन्होंने बताया कि बेटे ने जब घर में इस रिश्ते के बारे में बताया और सिनिया से शादी की इच्छा जतायी तो हम सभी ने इसे सहर्ष स्वीकार किया. दोनों परिवारों के लोग मुंबई में मिले और सबकी रजामंदी से शादी पक्की हो गयी.
क्या दोनों परिवारों के बीच संवाद में भाषाई दिक्कत नहीं आई? इस सवाल पर अमर सिन्हा कहते हैं, बेटे और उसकी दोस्त (जो अब हमारे परिवार की सदस्य हैं) ने सैकड़ों मीलों की दूरियां पहले ही पाट दी थीं तो फिर भाषा को लेकर अड़चन कहां आने वाली थी. मैं और मेरी पत्नी संध्या दोनों ने पिछले कुछ महीनों में इंटरनेट से रूसी भाषा के कुछ जरूरी शब्द सीख लिये हैं. हमारी बहू ने भी भारत में नौकरी करते हुए थोड़ी-थोड़ी हिंदी सीख ली है. थोड़ी-बहुत दिक्कत होती भी है तो बेटे और बहू दोनों परिवारों के लिए दुभाषिए का काम करते हैं. सिनिया और उसके घर के लोग हजारीबाग में शादी की हर रस्म में न सिर्फ भागीदारी कर रहे हैं, बल्कि उन्हें बहुत मजा आ रहा है. शहर में भी इस शादी की खूब चर्चा है.
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