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कल सरदार पटेल की 147वीं जयंती पर रन फॉर यूनिटी दौड़ का आयोजन

Nilmani Pal
30 Oct 2022 4:12 AM GMT
कल सरदार पटेल की 147वीं जयंती पर रन फॉर यूनिटी दौड़ का आयोजन
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रायपुर। भारतीय इतिहास की महानतम विभूति लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं जयंती के अवसर पर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के नेहरू युवा केन्द्र संगठन द्वारा देश के सभी राज्यों के सभी जिलों में 'रन फॉर यूनिटी' शीर्षक से 75000 दौड़ों का आयोजन किया जायेगा । 'जनभागीदारी से जनआंदोलन' की भाव भूमि पर व्यापक जनसहभागिता के साथ जिला स्तर के आयोजन जिले के प्रमुख स्थानों, खेल संस्थानों, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, उच्चतर व माध्यमिक विद्यालयों के अतिरिक्त ब्लॉक, पंचायत व ग्राम स्तर तक आयोजित होगें । नेहरू युवा केन्द्र संगठन की उपनिदेशक श्रीमती पूनम शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर जनसामान्य विशेषकर युवाओं में देशभक्ति एवं राष्ट्रीय एकता की भावनाओं को सुदृढ़ करने के लिए देश के प्रत्येक जिले में 120 से अधिक 'रन फॉर यूनिटी' के आयोजन किये जायेंगे । इस संदर्भ में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सचिव श्री संजय कुमार तथा संयुक्त सचिव एवं महानिदेशक नेहरू युवा केन्द्र संगठन श्री नीतेश कुमार मिश्रा द्वारा सभी राज्यों के मुख्य सचिवों, शिक्षा एवं युवा कार्यक्रम विभाग के सचिवों, निदेशकों से वर्चुअल मीटिंग कर राज्य एवं जिला प्रशासन को उक्त दौड़ के आयोजन के कार्यक्रमों का नेतृत्व करने हेतु कहा है । इनमें बड़े स्तर पर नेहरू युवा केन्द्र से जुड़े युवा क्लब सदस्य एवं वॉलेटियर भी योगदान देंगे ।

उन्होंने बताया कि त्याग, तपस्या, निर्भयता एवं राष्ट्र के प्रति अप्रतिम रूप से समर्पित लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने न केवल भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया वरन विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भूराजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौह पुरूष भी कहा जाता है । बारदोली सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे पटेल को सत्याग्रह की सफलता पर वहाँ की महिलाओं ने उन्हें सरदार की उपाधि प्रदान की थी । स्वतंत्रता संग्राम में अभूतपूर्व योगदान के अतिरिक्त सरदार पटेल को स्वतंत्र भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री के रूप में उनके स्वर्णिम कार्यकाल के कारण भी अत्यंत आदर से याद किया जाता है ।

गृहमंत्री के रूप में सरदार पटेल पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय नागरिक सेवाओं 'आईसीएस' का भारतीयकरण कर इन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवाएं "आईएएस" बनाया । सरदार वल्लभ भाई पटेल को मरणोपरान्त वर्ष 1991 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, यह अवार्ड उनके पौत्र विपिनभाई पटेल द्वारा स्वीकार किया गया । सरदार पटेल जी के सम्मान में अहमदाबाद के हवाई अड्डे का नामकरण सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा गया है ।

सरदार वल्लभ भाई पटेल की 137वीं जयंती के अवसर पर 31 अक्तूबर, 2013 को गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री तथा निवर्तमान माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के नर्मदा ज़िले में सरदार पटेल के स्मारक का शिलान्यास किया । इसका नाम 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' रखा गया है । सरदार पटेल की यादों को ताजा रखने के लिए अहमदाबाद के शाहीबाग में सरदार वल्लभ भाई पटेल मेमोरियल मे सरदार पटेल का थ्री डी संग्रहालय तैयार किया गया है ।

सरदार पटेल की गाँधीजी के प्रति श्रद्धा :

महात्मा गाँधी के प्रति सरदार पटेल की अटूट श्रद्धा थी। गाँधीजी की हत्या से कुछ क्षण पहले निजी रूप से उनसे बात करने वाले पटेल अंतिम व्यक्ति थे। उन्होंने सुरक्षा में चूक को गृह मंत्री होने के नाते अपनी ग़लती माना । उनकी हत्या के सदमे से वे उबर नहीं पाये । गाँधीजी की मृत्यु के दो महीने के भीतर ही सरदार पटेल को दिल का दौरा पड़ा था ।

सरदार पटेल का जयंती पर्व :

प्रतिवर्ष उनकी जयन्ती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में आयोजित किया जाता है । इसी क्रम में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत गृह मंत्रालय के आवाहन पर देश भर में 25 से 31 अक्तूबर, 2022 तक राष्ट्रीय एकता सप्ताह और 31 अक्तूबर, 2022 को 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया जायेगा । इस अवसर पर बड़े स्तर पर जहां नागरिकों विशेषकर युवाओं को राष्ट्रीय एकता दिवस शपथ दिलाई जायेगी । सप्ताह भर की गतिविधियों में सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन, व्यक्तित्व, अवदान एवं संदेशों को केन्द्र में रखते हुए निबंध, भाषण, पेंटिग, पेनल चर्चा, परिसंवाद आयोजित किये जा रहे है । इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिये सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जआएंगी। श्रीमती पूनम शर्मा उपनिदेशक ने जिलों के युवा क्लबों के सदस्यों, वॉलेटियरों, स्वैच्छिक संस्थाओं, पंचायती राज संस्थाओं, खेल संस्थाओं, सामुदायिक संस्थाओं एवं उच्च, उच्चतर एवं माध्यमिक शिक्षण संस्थाओं से अपने स्तर पर उक्त दौड़ आयोजित करने का आवाहन किया है, साथ ही युवाओं को व्यापक रूप से इस कार्यक्रम में जुड़ने का आवाहन किया है ।

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