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एक्सप्रेस ट्रेन में फायरिंग: जांच में सहयोग नहीं कर रहा RPF जवान, पत्नी बोलीं- मानसिक हालत ठीक नहीं, देंगे डॉक्यूमेंट्स
Nilmani Pal
4 Aug 2023 2:08 AM GMT
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जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में बीती 31 जुलाई को फायरिंग की घटना को अंजाम देने वाले आरपीएफ के कांस्टेबल चेतन सिंह की पत्नी ने बताया कि उसकी मानसिक हालत सही नहीं है और उसका इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि वह शनिवार की सुबह चेतन सिंह के मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कागजात लेकर मुंबई जाएंगी.
रेनू सिंह ने बताया कि उनके पति चेतन सिंह मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं. उन्होंने कहा कि वह शनिवार मुंबई पहुंचेंगी और पुलिस अधिकारियों के सामने बयान दर्ज कराएंगी. इसके अलावा चेतन के स्वास्थ्य से जुड़े कागजात भी उपलब्ध कराएंगी. रेनू ने बताया कि फिलहाल वह यूपी में हैं.
रेनू ने कहा, "हां उनकी बहुत ज्यादा तबीयत खराब थी. काफी दिनों से इनका इलाज भी चल रहा है. दवाई करानी है. चेकअप भी हुए थे. यहीं मथुरा में इलाज चल रहा था. इनका मानसिक संतुलन सही नहीं था."
चेतन सिंह के परिवार वालों के मुताबिक, दरअसल कुछ साल पहले वह घर पर गिर गया था. इस दौरान कथित तौर पर उसके दिमाग में खून का थक्का जम गया था और इसलिए वह मानसिक बीमारी से पीड़ित है. परिवार ने बताया कि उसके मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कागजात, दवा समेत इलाज के बारे में सब कुछ आरपीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बता दिया गया है.
चेतन सिंह से मिल सकती हैं पत्नी रेनू
रेनू अपने पति और अन्य रिश्तेदारों के सभी मेडिकल दस्तावेजों के साथ शनिवार सुबह मुंबई आएंगी. पुलिस जांच के लिहाज से उनका बयान काफी अहम होगा. रेनू अपने परिजनों के साथ आकर पुलिस को अपना बयान देंगी. ऐसी संभावना है कि वह पुलिस हिरासत में आरोपी पति चेतन सिंह से मिलना चाहेंगी.
कोर्ट ने चेतन को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा
पुलिस ने आरोपी चेतन को 1 अगस्त को बोरीवली कोर्ट में पेश किया था. अदालत ने आरोपी को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. सीनियर अधिकारियों की ओर से इंडिया टुडे को बताया गया कि वह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है. फायरिंग से जुड़े सवालों के वह इधर-उधर के जवाब देता है और पुलिस हिरासत में भी नारे लगा रहा है.
ट्रेन में कब हुई थी फायरिंग की घटना?
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में 31 जुलाई की सुबह करीब पांच बजे गोलीबारी की घटना हुई थी. इसमें आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह ने अपने सीनियर एएसआई टीकाराम मीणा के अलावा तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इन यात्रियों की पहचान अब्दुल कादिर, असगर अब्बास शेख और सैयद सैफुल्लाह के रूप में हुई.
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