9 लाख की लूट: कंपनी का ही कर्मचारी निकला लूटेरा, रची थी झूठी कहानी
झारखण्ड। देवघर पुलिस ने 9 लाख की लूट मामले का 48 घंटे में ही खुलासा कर दिया. पुलिस के मुताबिक इस मामले में पीड़ित ही मुख्य आरोपी निकला. उसने कंपनी के पैसे हड़पने की नीयत से लूट की झूठी कहानी रची. इसमें अपने दो साथियों की मदद ली. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए लूट के पैसे बरामद कर लिये. बता दें कि दो दिन पहले देवघर के नगर थानाक्षेत्र के झौंसागढ़ी मोहल्ले में 9 लाख रुपये की लूट की घटना सामने आई थी. इस मामले में पीड़ित मनीष कुमार ने थाने में केस दर्ज कराया था. देवघर पुलिस ने पूरे मामले को सुलझाते हुए मनीष और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
डीआइजी सुदर्शन मंडल ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए देवघर एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठित की गई. पुलिस को शुरुआती जांच में ही यह मामला संदिग्ध लगा. जांच के दौरान शिकायतकर्त्ता मनीष कुमार से पूछताछ और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया. डीआईजी ने बताया कि इस मामले में शिकायतकर्त्ता मनीष कुमार ने कंपनी के 9 लाख हड़पने की नीयत से अपने दो साथी विनीत तिवारी उर्फ बंटी और निशांत श्रीवास्तव के साथ लूट की झूटी कहानी गढ़ी थी.
विनीत और निशांत ने लूट की झूठी कहानी सुनकार पुलिस को इस मामले में गुमराह करने के लिए शिकायत भी दर्ज कराई थी. पुलिस ने इनके पास से 8 लाख 89 हजार 600 रुपए बरामद कर लिये. घटना में प्रयुक्त बाइक और कार को भी जब्त कर लिया गया. तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया.