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डकैती
राजस्थान के उदयपुर जिले पलाना खुर्द गांव की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में डकैती के प्रयास के मामले का रविवार को घासा थाना पुलिस ने खुलासा किया. पुलिस ने अपनी कार्रवाई में 4 शातिर डकैतों को गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
घासा थाना पुलिस ने डकैती के प्रयास के आरोप में पुष्कर पिता उंकार लाल डांगी निवासी डांगीखेड़ा, पलाना खुर्द थाना घासा, जिला उदयपुर, पुष्कर पिता गोवर्धन डांगी निवासी घोड़च, थाना खमनोर, जिला राजसमंद, गंगाराम पिता देवीलाल सुथार निवासी घोड़च, थाना खमनोर, जिला राजसमंद, हीरालाल पिता देवीलाल सुथार निवासी घोड़च, थाना खमनोर, जिला राजसमंद को गिरफ्तार किया है. मामले का खुलासा करते हुए मावली डीएसपी हनुमंत सिंह भाटी ने बताया कि डांगीखेड़ा के रहने वाले आरोपी पुष्कर डांगी की बोलेरो गाड़ी बैंक में केस लाने और ले जाने के काम में लगी हुई थी. ऐसे में पुष्कर को बैंक में बड़ी मात्रा के नकदी और ग्रामीणों के जेवरात रखे होने की जानकारी थी.
पुष्कर पिछले करीब 5 सालों से क्रिकेट पर ऑनलाइन सट्टा लगाने का काम भी करता था, जिसमें वह करीब 40 से 50 लाख रुपए में हार चुका था. पैसे की तंगी और कर्ज अधिक होने के कारण उसने अपने साथियों के साथ मिल कर बैंक में डकैती की योजना तैयार की. इसके लिए पुष्कर ने अपने साथी हेमराज को बैंक में डकैती के लिए राजी किया. हेमराज के साथ मिल कर पुष्कर ने अपनी पूरी गैंग तैयार कर ली, जिसमें दो बाल अपचारी को भी शामिल थे. तय योजना के अनुसार सभी आरोपी 17 नवंबर की रात को पलाना खुर्द स्थित एसबीआई की शाखा पर पहुंचे. पुष्कर जहां मुख्य मार्ग पर खड़े हो कर आने-जाने वालों पर नजर रखने लगा. वहीं अन्य सभी लोगों ने बैंक के पीछे की दीवार को तोड़ना शुरू किया. दीवार तोड़ कर सभी आरोपियों ने अंदर प्रवेश किया और सबसे पहले वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की केबल को काट दिया. इसके बाद उन्होंने स्ट्रांग रूम में रखी तिजोरी को तोड़ने का प्रयास शुरू किया. इसी दौरान रात करीब 1:30 बजे घासा थाने का पुलिस जाब्ता रात्रि गस्त करते हुए वहां से निकला. पुलिस का सायरन सुन सभी आरोपी घबरा गए और अपना सामान बैंक में ही छोड़कर फरार हो गए. सुबह जब बैंक मैनेजर बैंक के कर्मचारी वहां पहुंचे तो उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी मिली.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
डीएसपी हनुमान सिंह ने बताया कि मामले की जांच कर रही घासा थाना पुलिस ने विभिन्न तकनीकी संसाधनों के साथ अपने अपने अनुसन्धान को आगे बढ़ाया. इसी दौरान थनाधिकारी फैलीराम को मुखबिर से पता चला कि घटना के कुछ दिन पहले हेमराज वहां के लोगों से पुलिस के गस्त के समय के बारे में जानकारी जुटा रहा था. इस पर पुलिस ने हेमराज और उसके साथियों को हिरासत में लिया. पुलिस ने जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया. वहीं पुलिस मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपियों से की तलाश कर रही है.
इस टीम ने किया मामले का खुलासा
बैंक में हुई डकैती के प्रयास के मामले का खुलासा करने के लिए घासा थाना पुलिस की विशेष टीम का गठन किया गया. थानाधिकारी फैलीराम, हेड कांस्टेबल मनोहर सिंह, कांस्टेबल सुरेश दास, तेज सिंह, फतेह सिंह, मुकेश जनक राज, समय राज और सुरेश को शामिल किया गया.
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