दिल्ली। दिल्ली के साकेत में महिला का पीछे से गला काटने वाला आरोपी नाबालिग निकला। मोबाइल लूटने के मकसद से उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। वारदात के समय उसने चेहरे को मास्क से ढक रखा था। लेकिन आरोपी को पुलिस ने उसके जूते में बने लोगो की मदद से पकड़ लिया। पुलिस ने उसके वे जूते भी जब्त किए हैं जो उसने वारदात के समय पहने थे। बीते एक जून को रजनी नामक महिला सैदुलाजाब स्थित चर्च गई थी। वहां से रात लगभग 830 बजे वह पैदल घर लौट रही थी। वह जब साकेत स्थित एसडीएम कार्यालय के पास पहुंची तो अचानक पीछे से एक लड़का आया और उसने महिला के गले पर धारदार हथियार से वार कर दिया। महिला ने शोर मचाया तो आरोपी वहां से फरार हो गया। वहां से गुजर रहे एक शख्स ने महिला को अपनी स्कूटी पर अस्पताल पहुंचाया, जिसकी वजह से उनकी जान बच गई।
100 कैमरे खंगाले लेकिन पुलिस को समझ नहीं आ रहा था कि महिला का गला क्यों काटा गया। दक्षिण जिला डीसीपी बेनिटा मैरी ने जांच स्पेशल स्टाफ को सौंपी। टीम ने सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। महिला के घर से चर्च तक के रूट पर लगे 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी गई। सीसीटीवी की जांच के दौरान एक कैमरे में महिला के ठीक पीछे एक संदिग्ध दिखाई दिया। उसका चेहरा मास्क से ढका हुआ था। पुलिस ने जब साकेत इलाके के कुछ अन्य फुटेज देखे तो पाया कि वह शाम के समय ऑटो से साकेत मेट्रो स्टेशन के पास उतरा था। फुटेज में उसका चेहरा तो नहीं दिखा लेकिन जूते का लोगो साफ दिख रहा था। यही सुराग बना।
पुलिस टीम ने एक महीने से ज्यादा समय तक साकेत के आसपास आरोपी को तलाशा। फुटेज में दिखे लोगो वाले जूते पहने 15 से 20 लोगों से पूछताछ की। एक महीने बाद पुलिस को ऐसे ही लोगो वाले जूते पहने एक युवक दिखाई दिया। युवक की चाल भी सीसीटीवी में दिख रहे आरोपी से मेल खा रही है। इसके बाद वह पकड़ा गया।
पूछताछ में उसने बताया कि वह 15 साल का है और पत्थर घिसाई का काम करता है। कुछ समय पहले उसका मोबाइल चोरी हो गया था। सोशल मीडिया एवं रील देखने के लिए उसे स्मार्ट फोन चाहिए था। इसलिए वह मोबाइल लूटने के लिए साकेत आया था। लगभग एक घंटे बाद उसे यह महिला अकेली जाते हुए दिखी तो वह उससे मोबाइल लूटने गया था।