जिन सड़कों पर हो रही अधिक दुर्घटनाएं, वहां होंगे तकनीकी सुधार
दुर्ग। कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने दुर्ग-भिलाई की उन सड़कों का निरीक्षण किया जहां सर्वाधिक दुर्घटनाएं हुई हैं। उन्होंने ऐसे स्पाट्स में तकनीकी रूप से सुधार करने के लिए कहा, साथ ही ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए भी आवश्यक उपाय करने कहा। सबसे पहले वे इंदिरा मार्केट पहुंचे। उन्होंने वहां पार्किंग स्थल के लिए चिन्हांकित जगह देखे, साथ ही बाजार को व्यवस्थित करने के लिए भी कहा ताकि ट्रैफिक का दबाव घटे। धमधा नाका के किनारे सर्विस रोड के लिए एजेंसियों को कहा। कलेक्टर ने ऐसी सड़कों का निरीक्षण किया जहां अधिक संख्या में दुर्घटनाएं हुई हैं और इसके चलते जनहानि भी हुई है। ऐसी सड़कों के लिए शीघ्रता से तकनीकी दृष्टिकोण से उपाय करने उन्होंने अधिकारियों को कहा और इस पर शीघ्रता से अमल करने कहा।
कोहका रोड में अंधे मोड़ व्यवस्थित करने कहा- कलेक्टर ने कोहका रोड का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने ब्लैक स्पाट देखा जहां अंधा मोड़ होने की वजह से अधिक दुर्घटनाएं हो रही हैं। यहां पर उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से कर्व बनाने के लिए कहा। साथ ही इस रोड पर जहां डिवाइडर की जरूरत है। वहां इसके निर्माण के लिए कहा। अवंतिबाई चौक में प्रतिमा शिफ्ट करने के लिए कहा गया। साथ ही मोड़ को भी व्यवस्थित करने के लिए कहा गया।
एनएच अधिकारियों को भी दिये निर्देश- एनएच में ट्रैफिक की व्यवस्था ठीक करने के लिए उन्होंने कोसा नाला से लेकर नेहरू नगर चौक तक ट्रैफिक से संबंधित जोखिम वाले बिन्दुओं में आवश्यक तकनीकी सुधार करने कहा। कोसा नाला के पास एनएच की बिल्डिंग हटाई जाएगी ताकि सड़क चौड़ी हो सके। यहां पर सर्विस रोड भी प्रस्तावित है इससे ट्रैफिक की समस्या दूर होगी। एनएच अधिकारियों को उन्होंने डिवाइडर्स पर बोगनवेलिया, मौलश्री आदि पौधे लगाने कहा। वाय शेप ब्रिज पर भी उन्होंने ट्रैफिक संबंधित आवश्यक निर्देश दिये।
ब्लिकर्स लगाए जाएंगे, डिवाइडर्स बनेंगे और अतिक्रमण हटेगा- कलेक्टर ने दुर्ग-भिलाई में प्रमुख चौक-चौराहे देखे। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए रेडियम लगाने, झांड-झंखाड़ ठीक करने आदि निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो अवैध होर्डिंग और प्रचार सामग्री हैं उन्हें निरंतर हटाने की कार्रवाई करें। व्यू आबस्ट्रक्ट होने की वजह से जो दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे स्ट्रक्चर भी हटाने उन्होंने कहा ताकि मोड़ पर किसी तरह की दुर्घटनाओं में कमी की जा सके।