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सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का ड्रीम प्रोजेक्ट, चलेगी हवा में उड़ने वाली बस
jantaserishta.com
16 Feb 2022 4:41 AM GMT
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प्रयागराज: केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार को प्रयागराज में चुनाव प्रचार किया और सिद्धार्थ नाथ सिंह के समर्थन में जनसभा आयोजित की. इस दौरान उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में बात की और इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रयागराज में हवा में चलने वाली बसों का संचालन होगा.
प्रयागराज में खंभों के सहारे हवा में चलेंगी बसें
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा, 'प्रयागराज में सड़क पर खंभे लगाने के बाद उनके सहारे हवा में बसें चलेंगी. इस योजना को अमली जामा पहनाने के लिए लेकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) बनाई जा रही है.' इसके साथ ही नितिन गडकरी कहा कि उन्होंने इसकी जानकारी यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी दे दी है.
त्रिवेणी के संगम पर उतरेंगे सी प्लेन
जनसभा के दौरान नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा, 'मेरा एक सपना है कि यहां त्रिवेणी के संगम पर सी प्लेन (Seaplane) उतरे. मैं चाहता हूं कि सी प्लेन दिल्ली से उड़े और यहां संगम में उतरे.' उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की कानूनी प्रक्रिया पूरी हो गई है और 18 सीट वाले एक प्लेन की कीमत 18 करोड़ रुपये है. प्रयागराज में एयरपोर्ट तो है ही यहां अब रीवरपोर्ट भी बनकर तैयार होगा. केंद्र सरकार ने बीते सात वर्ष में 40 रीवरपोर्ट बनाए हैं.
'पेट्रोल की जगह एथेनॉल से चलेंगी गाड़ियां'
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में किसान गन्ने की खेती करते हैं और गन्ने से एथेनॉल तैयार होता है. मैं नई नीति लाया हूं, जिसमें गाड़ियां फ्लेक्स इंजन से चलेंगी. अब 110 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल की जगह 62 रुपये प्रति लीटर के ग्रीन बायो एथेनॉल से गाड़ी चलेगी और इससे प्रदूषण भी नहीं होगा.
7 साल में UP में बनी 4722 KM सड़क
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि उत्तर प्रदेश में 2014 से 2021 तक 90,000 करोड़ रुपये की लागत से 4,722 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य पूरा किया गया है. वहीं 1,60,000 करोड़ रुपये के सड़क के कार्य चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में पिछले तीन साल में 26,000 करोड़ रुपये किसानों को मुआवजा के रूप में दिया गया है. वहीं 13,000 करोड़ रुपये की लागत से 16 बाइपास और 15,000 करोड़ रुपये की लागत से 20 नए बाइपास बनाए जा रहे हैं.
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