नोएडा न्यूज़: हरियाणा को सीधे नोएडा से जोड़ने के लिए कई साल से अधूरा पड़ा फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) के अगले साल यानी दिसंबर, 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है. इसको लेकर नोएडा प्राधिकरण के अलावा यूपी सरकार के अधिकारी भी हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं. यह बन जाने से लोगों को हरियाणा की तरफ लंबा चक्कर काटकर नहीं जाना पड़ेगा. वहीं, कॉलिंदी कुंज से लेकर सेक्टर-150 तक यमुना पुश्ते पर सड़क व उसके चौड़ीकरण का काम भी शुरू होने की उम्मीद है. यह सड़क नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के विकल्प के रूप में साबित होगी.
एफएनजी यह मार्ग गाजियाबाद से शुरू होकर छिजारसी से नोएडा के सोरखा, फेज टू, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे से सेक्टर-168 के सामने यमुना से होते हुए हरियाणा तक जाना है. इसके लिए यमुना पर पुल बनना प्रस्तावित है. वहीं, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोटरी या अंडरपास बनाया जाएगा. इससे पहले कुछ हिस्से में एलिवेटेड रोड भी बनाई जानी प्रस्तावित है. इस पर करीब 1300 करोड़ खर्च होंगे. अभी नोएडा के हिस्से में छह-सात किलोमीटर हिस्से में सड़क बननी बाकी है. एफएनजी को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा दिलाने के प्रयास भी अभी तक अधूरे पड़े हैं. करीब 11 साल से एफएनजी का मामला फंसा हुआ है. करीब 75 किलोमीटर के एफएनजी में से 19 किलोमीटर हिस्सा नोएडा में आता है. अब एक बार फिर हरियाणा और यूपी सरकार के अधिकारियों ने एफएनजी को पूरा कराने के प्रयास शुरू कर दिए हैं.
यमुना पुश्ते पर छह लेन की सड़क बनेगी: नोएडा के कॉलिंदी कुंज के पास से लेकर सेक्टर-150 तक करीब 25 किलोमीटर हिस्से में यमुना पुश्ते पर छह लेन सड़क बनाई जाएगी. यहां जगह कम है वहां सड़क चौड़ी की जाएगी. इसका काम भी नए साल में शुरू होने की उम्मीद है. इस पर करीब 400 करोड़ रुपये का खर्च आने की उम्मीद है. इस सड़क के बन जाने से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों के दबाव में कमी आने के साथ हादसों में कमी आएगी. इसके अलावा एक्सप्रेस का विकल्प रूट तैयार हो जाएगा. किसी प्रकार की आपदा की स्थिति में इसका प्रयोग किया जा सकेगा.
नये वर्ष में गौतम बुद्ध नगर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा. हरियाणा के वल्लभगढ़ से जेवर में यमुना एक्सप्रेसवे तक नया हाइवे बनाया जाना है. इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. जेवर से हरियाणा के वल्लभगढ़ तक 31 किलोमीटर का हिस्सा एनएचएआई बनाएगा. इसमें हरियाणा में 24 और उप्र में 7 किमी का हिस्सा है. इस एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जेवर एयरपोर्ट से जुड़ जाएगा. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे आईजीआई एयरपोर्ट को भी जोड़ेगा. इससे जेवर और आईजीआई एयरपोर्ट जाने के लिए एक और विकल्प मिल जाएगा