x
झारखंड के गिरिडीह में एक पिता के पुत्रप्रेम की कहानी लोगों की जुबान पर तैर रही है
झारखंड के गिरिडीह में एक पिता के पुत्रप्रेम की कहानी लोगों की जुबान पर तैर रही है। सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए बेटे का जख्म यह पिता नहीं बर्दाश्त पाया। बेटे का जख्म देखते ही बेहोश होकर गिर गया और देखते देखते मौत हो गयी। दुर्घटनाग्रस्त बेटा बहादुर साह अपनी किस्मत पर रो रहा है क्योंकि उसका एक पुत्र दिव्यांग है, पत्नी बिस्तर पर है और घर की देखभाल करने वाले पिता डूगन साह की मौत हो चुकी है। बहादुर साह छोटकी खरगडीहा का रहने वाला है। बहादुर साह डुगन का इकलौता पुत्र है। घटना से मृतक के घर परिवार में कोहराम मच गया है।
दरअसल, बीते 16 जनवरी की सुबह बेंगाबाद चतरो मुख्य पथ पर मुंडराडीह के पास बुजुर्ग डूगन साव का 40 वर्षीय बेटा बहादुर साव सड़क दुर्घटना में जख्मी हो गया। मछली ढोनेवाली पिकअप वैन की चपेट में आ जाने से बाइक पर सवार बहादुर साह व उनकी पत्नी उर्मिला देवी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बहादुर का हाथ पैर टूट गया है और सिर पर गंभीर चोट लगी है। इलाज के लिए दंपति को धनबाद के जे पी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इलाज के बाद 01 फरवरी को दंपति छोटकी खरगडीहा घर वापस लौटा था। 03 फरवरी की रात में बहादुर साह के घाव की मलहम पट्टी की जा रही थी। इस बीच डुगन साह ने अपने पुत्र का जख्म देख लिया, और वह अचेत होकर गिर पड़ा। थोड़ी देर में ही वहीं उनकी मौत हो गई। सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल बहादुर व उनकी पत्नी बिस्तर पर है। पिता की मौत हो गई। घर पर बहादुर का एक दिव्यांग पुत्र है। घर में कमाऊ व्यक्ति रहा नहीं। जिससे परिजनों के उपर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है।
Next Story