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जोखिम भरा ऑपरेशन, डॉक्टरों के कारण टूटी हड्डी को जोड़ने में सफलता मिली

jantaserishta.com
15 Sep 2022 8:44 AM GMT
जोखिम भरा ऑपरेशन, डॉक्टरों के कारण टूटी हड्डी को जोड़ने में सफलता मिली
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

107 साल के उम्र की महिला की सर्जरी की है।
गोरखपुर: गोरखपुर के जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बड़ी सफलता हासिल की है। अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. राजन शाही ने 107 साल के उम्र की महिला की सर्जरी की है। महिला के कंधे की हड्डी टूट गई थी। डॉक्टरों ने टूटी हड्डी को जोड़ने में सफलता हासिल की है। इसको लेकर परिजन पिछले पांच महीने से परेशान थे। वे मरीज को लेकर बिहार के पटना से लेकर लखनऊ तक डॉक्टरों के चक्कर लगा चुके थे।
बिहार के बेतिया की रहने गौतमी खातून की उम्र 107 साल है। वह अप्रैल में अपने घर के बाथरूम में फिसल कर गिर गई थीं। इससे उनके कंधे की एक हड्डी टूट गई। इसे ह्यूमरस बोन कहा जाता है। परिजन उन्हें इलाज के लिए पहले बेतिया, फिर बगहा, गोपालगंज, सिवान, पटना, लखनऊ, बनारस होते हुए गोरखपुर लेकर पहुंचे। ज्यादातर डॉक्टरों ने मरीज की उम्र का हवाला देते हुए ऑपरेशन करने से इंकार कर दिया। इस दौरान डॉक्टरों ने परिजनों से बताया कि इसका इलाज सिर्फ ऑपरेशन से ही हो सकता है। अगर ऑपरेशन न हुआ तो महिला का दाहिना हिस्सा काम नहीं करेगा।
डॉ. राजन शाही ने किया ऑपरेशन परिजन लाचार वृद्धा को लेकर करीब एक हफ्ते पहले जिला अस्पताल पहुंचे। यहां ओपीडी में आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राजन शाही से परिजनों ने परामर्श लिया। मरीज की उम्र को देखने के बाद उन्होंने ऑपरेशन करने की मंजूरी दी। प्रीएनेस्थेटिक जांच और खून की जांच में कोई खास समस्या नहीं मिली।
डॉ. राजन शाही ने बताया कि यह ऑपरेशन बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। यह करीब 2 घंटे चला। इस दौरान मरीज को धीमी गति से बेहोशी की दवाएं दी गईं। मरीज को बेहोश करने में एनेस्थीसिया डॉक्टर को काफी समय लगा। दो घंटे ऑपरेशन करने के बाद हड्डी जुड़ गई। उसके सपोर्ट के लिए नेलिंग और प्लेट लगा दी गई है। मरीज पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है।
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