तेलंगाना में बीजेपी नेताओं के बीच अनबन, पार्टी नेतृत्व ने दिए एकजुट करने के निर्देश
तेलंगाना। तेलंगाना में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत के साथ राज्य के सीएम केसीआर को मात देने के प्लान का जमीन पर उतारने में लग गई है. मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं ने तेलंगाना के पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और विधानसभा चुनाव के लिए अपने अभियान को तेज करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही बैठक में बीजेपी नेतृत्व ने एकजुटता पर बल दिया और आपसी गुटबाजी और विवाद से दूर रहने की हिदायत दी है.
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तेलंगाना के बीजेपी नेताओं की बैठक में आपसी गुटबाजी को लेकर नाराजगी जताई है. कोर ग्रुप की बैठक से पहले शाह ने प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय को गुटबाजी पर रोक लगाने को लेकर हिदायत दी. साथ ही बीआरएस से बीजेपी में आए नेताओं को भी पार्टी के फैसलों में साथ लेकर चलने के लिए कहा. दरअसल, प्रदेश बीजेपी के कुछ नेता और बीआरएस से बीजेपी में आए इटेला राजेंद्र राज्य इकाई के अध्यक्ष बंदी संजय की कार्यशैली से नाराज हैं. कुछ दिन पहले उनके बीआरएस में वापस जाने की खबरें भी आई थीं. ऐसे में मंगलवार अमित शाह ने बंदी संजय और प्रदेश बीजेपी के नेताओं को आपसी गुटबाजी खत्म कर सामूहिक नेतृत्व में लड़ाई लड़ने को कहा. प्रदेश अध्यक्ष को ये भी कहा गया कि वो प्रदेश स्तर पर ज्यादा से ज्यादा समन्वय बैठक करें ताकि किसी नेता को शिकायत ना रहे.
सूत्रों ने कहा कि राज्यभर में 10,000 से ज्यादा नुक्कड़ सभाओं को पूरा करने के बाद बीजेपी तेलंगाना की 119 विधानसभाओं में एक-एक रैली करेगी. मार्च के अंत तक रैलियां शुरू होने की उम्मीद है. पार्टी नेतृत्व द्वारा राज्य के नेताओं को विभिन्न दलों के नेताओं समेत प्रमुख हस्तियों को शामिल करके संगठन को और मजबूत करने के लिए कहा गया है. बूथ समितियों में सदस्यों की संख्या को 10 से बढ़ाकर 20 से ज्यादा कर दिया गया है. इस बैठक में तेलंगाना में पार्टी के काम का समन्वय कर रहे राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल और तरुण चुघ के अलावा प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, लोकसभा सांसद अरविंद धर्मपुरी और विधायक एटेला राजेंद्र शामिल थे. ये बैठक सीबीआई द्वारा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कथित शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद हुई है. भाजपा ने दावा किया है कि इस घोटाले में बीआरएस सांसद के कविता का नाम भी शामिल हैं. सीबीआई ने इस मामले में हैदराबाद की एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को गिरफ्तार किया है और बीजेपी ने कविता के साथ उसके संबंध होने का आरोप लगाया है.