जबलपुर। रेल प्रशासन द्वारा समय समय पर जारी की गई नई नीतियों, सर्कुलर्स, आदि की अप-टू-डेट जानकारी रेलकर्मियों के साथ साझा करने के उद्देश्य से महाप्रबंधक श्री सुधीर कुमार गुप्ता के निर्देश पर तथा प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी के नेतृत्व में हर महीने ज्ञानदीप संगोष्ठी का आयोजन पमरे मुख्यालय में किया जाता है। इस संगोष्ठी में तीनों मंडलों के अधिकारी, वैगन रिपेयर वर्कशॉप कोटा तथा कोच पुनर्निर्माण कारखाना भोपाल के कार्मिक विभाग से संबंधित अधिकारीगण एवं मुख्यालय के अधिकारी, पर्यवेक्षकगण, डीलिंग क्लर्क आदि शामिल होते हैं तथा अपने अनुभवों को साझा करते हैं और समस्याओं का निराकरण भी करते हैं ।
पश्चिम मध्य रेलवे में 17 जून शुक्रवार को महाप्रबंधक कार्यालय में कार्मिक विभाग के तत्वावधान में "ज्ञानदीप" नामक एक संगोष्ठी में देय भत्तों की और विशेष कर समयोपरि भत्तों यानि (ओवर टाईम अलाउन्स) की समीक्षा की गई। इस संगोष्ठी के अंतर्गत रेल सेवक कार्य के घंटे एवं विश्राम की अवधि नियम- 2005 (रेलवे सर्वेंट आवर ऑफ वर्क्स एंड पीरियड ऑफ रेस्ट रूल - 2005) के प्रकरणों पर केस स्टडी के माध्यम से चर्चा की गई। इस संगोष्ठी का उद्देश्य मंडलों के बीच बेस्ट प्रैक्टिस का आदान- प्रदान करना, समय पर देय भत्तों का उचित परीक्षण कर भुगतान करना और यथासंभव व्यय पर नियंत्रण सुनिश्चित करना रहा।
संगोष्ठी में मुख्यालय जबलपुर, भोपाल एवं कोटा मंडल के कार्मिक अधिकारीगणों ने वेबेक्स के माध्यम से अपना प्रस्तुतिकरण दिया। संगोष्ठी में मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशासन) प्रभात, उप मुख्य कार्मिक अधिकारी (राजपत्रित) सुश्री पूर्णिमा जैन, उप मुख्य कार्मिक आधिकारी (औद्योगिक संबंध) श्री अनिल कुमार तिवारी, उप मुख्य कार्मिक अधिकारी (मुख्यालय) श्री एच. एस. मीणा तथा मुख्यालय के कार्मिक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।