भारत
घोटाले मामले में 44 साल पहले रिटायर्ड लिपिक गिरफ्तार, तत्कालीन लेखपाल के खिलाफ केस दर्ज
Apurva Srivastav
6 March 2021 1:45 AM GMT
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उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में डीएम आवास के निकट 30 बीघा सरकारी जमीन का घोटाला सामने आया है.
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में डीएम आवास के निकट 30 बीघा सरकारी जमीन का घोटाला सामने आया है. इस घोटाले को तकरीबन 44 साल पहले अंजाम दिया गया था. इस सरकारी जमीन की हेर-फेर कलक्ट्रेट के लिपिक ने तत्कालीन लेखपाल से मिलकर की थी. उसने लेखपाल के माध्यम से तहसील के दस्तावेजों में हेरफेर कराकर ये जमीन अपने नाम करा ली थी.
इस घोटाले का खुलासा एसडीएम मैनपुरी सदर, ऋषिराज की जांच में हुआ है. वर्तमान में घोटालेबाज लिपिक रिटायर्ड हो चुका है. मामले में रिटायर्ड लिपिक और तत्कालीन लेखपाल के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. केस दर्ज होने के बाद रिटायर्ड लिपिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
मामला मैनपुरी सदर तहसील इलाके का है. यहां कलेक्ट्रेट पर तैनात तत्कालीन लिपिक प्रभू दयाल ने तत्कालीन लेखपाल से मिलकर तहसील के दस्तावेजों में हेरफेर कराकर घोटाले को अंजाम दिया था. तकरीबन 44 साल पहले डीएम आवास के निकट सरकारी नजूल की 30 बीघा बेशकीमती जमीन को उसने अपने नाम करा लिया था. 10 साल पहले लिपिक प्रभु दयाल रिटायर्ड हो गया. सरकारी जमीन घोटाला की जानकारी होने पर जिले के डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने मामले की जांच एसडीएम सदर ऋषिराज को सौंपी, एसडीएम की जांच में जमीन घोटाला का खुलासा होने के बाद रिटायर्ड लिपिक प्रभू दयाल व तत्कालीन लेखपाल के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. केस दर्ज होने के बाद आरोपी लिपिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
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