अपडेट ब्रेकिंग: रिहायशी इमारत गिरी, अब तक 14 लोगों को बचाया गया
उत्तर प्रदेश। लखनऊ के वजीर हसनगंज रोड पर कल एक रिहायशी इमारत गिरने से अब तक 14 लोगों को बचाया जा चुका है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि ये हादसा भूकंप की वजह से हुआ है. दरअसल, आज दिन नेपाल से लेकर भारत तक भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इस प्राकृतिक आपदा के कुछ घंटे बाद ही लखनऊ में ये हादसा हो गया.
वहीं एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लिया और मौके पर NDRF और SDRF की टीमें भेजने के निर्देश दिए. सीएम योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घायलों को बेहतर इलाज के इंतजाम किए जाएं, साथ ही कहा कि वह घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था करें. सीएम ने कई अस्पतालों को भी अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं.
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सीएम ने घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है. साथ ही जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही कई अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. मौके पर NDRF की अतिरिक्त टीम भी पहुंच गई है, इसमें 45 जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बाद नगर विकास मंत्री AK शर्मा, सीएम योगी के सूचना सलाहकार अवनीश अवस्थी के साथ ही प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. पांच मंजिला इमारत में करीब 15 परिवार रहते थे. बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और नेता शाहिद मंजूर का परिवार भी इसी बिल्डिंग में रहता था. जब इमारत गिरी तो सपा नेता अब्बास हैदर के पिता और कांग्रेस नेता अमीर हैदर और उनकी पत्नी भी बिल्डिंग में मौजूद थे. इसके साथ ही बग़ल की बिल्डिंग में भी दरार आई है.