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रिपोर्ट में दावा: 1 जनवरी और 29 मई के बीच दिल्ली में डेंगू के 29 मामले, चार सालों में सबसे ज्यादा मामला

Kunti Dhruw
1 Jun 2021 9:45 AM GMT
रिपोर्ट में दावा: 1 जनवरी और 29 मई के बीच दिल्ली में डेंगू के 29 मामले, चार सालों में सबसे ज्यादा मामला
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रिपोर्ट में दावा

इस साल 29 मई तक दिल्ली में डेंगू के 29 मामले सामने आए हैं और ये आंकड़ा पिछले चार वर्षों के जनवरी-मई की अवधि में सबसे ज्यादा है. दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की सोमवार को जारी रिपोर्ट में दावा किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, इसी दौरान चिकनगुनिया के चार और मलेरिया के आठ मामले भी दर्ज किए गए, जो पिछले चार वर्षों में सबसे कम है.

इस साल 29 मई तक दिल्ली में 29 डेंगू के मामले
2018 में 1 जनवरी और 29 मई के बीच 22 जबकि वर्ष 2019 में 11 और 2000 में 19 डेंगू के मामलों की पुष्टि हुई थी. वेक्टर जनित बीमारियां आम तौर से दिल्ली में जुलाई और नवंबर के बीच दर्ज की जाती हैं, और मध्य दिसंबर तक खिंच सकती हैं. राष्ट्रीय राजधानी के लिए वेक्टर जनित बीमारियों पर डेटा को सूचीबद्ध करनेवाली नोडल एजेंसी के मुताबिक, इस साल 29 मई तक डेंगू के 29 मामले प्रकाश में आए हैं. जबकि जनवरी में डेंगू का कोई भी मामला सामने नहीं आया. इसी तरह, फरवरी में दो, मार्च में पांच, अप्रैल में 10 और मई में 12 मामले डेंगू के दर्ज किए गए. रिपोर्ट में बताया गया कि इस साल डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई है.
अब तक, डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई-रिपोर्ट
दिल्ली में पहले ही मई के महीने में आम तौर से इस महीने होनेवाली बारिश का सात गुना ज्यादा हो चुका है. इस साल औसत बारिश 19.7 मिलीमीटर रही, पश्चिमी विक्षोभ के कारण और 'ताउते' चक्रवात के बाद मई में बारिश 144.8 मिलीमीटर हुई. हिंदूराव अस्पताल में वरिष्ठ डॉक्टर अरुण यादव ने कहा कि मध्यम तापमान और लगातार वर्षा मच्छरों के कई गुणा बढ़ने के लिए उपयुक्त है. उन्होंने कहा, "अगर पानी का ठहराव होगा, तो ये और भी कई गुणा तेजी से बढ़ेगा. मई बहुत गर्म महीना हुआ करता था लेकिन निरंतर बारिश से उसे नम बना दिया और इस तरह हमें मध्यम तापमान मिला. मच्छरों के प्रजनन के लिए आदर्श स्थिति 10 डिग्री सेल्सियस और करीब 35 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान है..
पिछले सप्ताह दिल्ली हाई कोर्ट ने राजधानी में मच्छरों के प्रकोप का स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले पर जनहित याचिका की सुनवाई शुरू की. नगर निगम और सरकार को नोटिस जारी करते हुए अदालत ने समस्या से निपटने के लिए उठाए जा रहे उपायों की जानकारी देने का आदेश दिया. दूसरी तरफ, बीजेपी सरकार के सात साल पूरा होने पर पार्टी ने लोगों को वेक्टर जनित बीमारियों से जागरुक करने का बीड़ा उठाया है.
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