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बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू, इस साल की पहली तस्वीर आई सामने, देखिए- कितना बड़ा है बाबा बर्फानी का आकार

jantaserishta.com
13 April 2022 1:35 PM GMT
बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू, इस साल की पहली तस्वीर आई सामने, देखिए- कितना बड़ा है बाबा बर्फानी का आकार
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कश्मीर: अमरनाथ गुफा में बनने वाली हर साल की शिवलिंग के आकार की पहली तस्वीर सामने आई है. इस साल अमरनाथ यात्रा पर आठ लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.

अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी की कहानी:

कहते हैं जब भोलेनाथ बुलाते हैं तभी कोई अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर पाता है। लंबी यात्रा और अनेक मुश्किलों को पार कर हिमलिंग के दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या भक्त पहुंचते हैं। खड़ी चढ़ाई के बाद भगवान महादेव के विहंगम स्वरूप का दर्शन कर लोग खुद को भाग्यशाली समझते हैं। मान्यता है कि अमरनाथ की गुफा में ही भगवान शंकर ने मां पार्वती को अमरकथा सुनाई थी। इसी कथा को सुनकर शुकदेव जी अमर हो गए थे। एक बार अपनी प्रशंसा से अभिमान में आए शुकदेव ने अमरकथा कहनी शुरू कर दी, तो देवलोक में खलबली मच गई। इस कथा को सुनने वाले अमर हो सकते थे। भोलेनाथ ने क्रोधित होकर श्राप दे दिया कि जो भी कथा को सुनेगा वह अमर नहीं होगा, पर शिवलोक को अवश्य प्राप्त करेगा। धरती की ऐसी पवित्र जगह पर जाने का मन भला किसे नहीं होगा! कोरोना महामारी के चलते दो साल तक यात्रा स्थगित रही लेकिन अगर आपने सोच रखा है तो फिर प्लान बना लीजिए। 30 जून से 43 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ गुफा मंदिर की पवित्र यात्रा शुरू होने जा रही है।

दिल्ली से कैसे पहुंचें बाबा बर्फानी के दरबार में

अगर आप दिल्ली-एनसीआर या आसपास के राज्यों में रहते हैं और अमरनाथ गुफा के दर्शन करने जाना चाहते हैं तो आप दिल्ली एयरपोर्ट से श्रीनगर तक हवाई जहाज से भी जा सकते हैं। वहां से अमरनाथ मंदिर के लिए आगे का रास्ता तय किया जा सकता है। अमरनाथ गुफा के करीब स्थित रेलवे स्टेशनों की बात करें तो उधमपुर और जम्मू स्टेशन हैं जो पहलगाम और बालटाल से 219 किमी और 255 किमी की दूरी पर हैं। हेलिकॉप्टर से भी अमरनाथ गुफा तक पहुंचा जा सकता है। गुफा से करीब 6 किमी की दूरी पर पंजतरणी हेलीपैड तक हेलिकॉप्टर से पहुंचा जा सकता है।
3880 मीटर की ऊंचाई पर भोलेनाथ का दरबार
दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर जून के आखिर में भक्तों की भीड़ होने वाली है। 30 जून से श्रद्धालु अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की ओर से बताया गया है कि 43 दिवसीय यात्रा 11 अगस्त को संपन्न होगी। अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए तीर्थयात्रा अनंतनाग जिले में पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले में बालटाल मार्ग- दोनों रास्तों से शुरू होगी। श्रद्धालु ध्यान रखें कि ऑनलाइन पंजीकरण 11 अप्रैल से शुरू हो जाएगा। यात्रा, मौसम और कई सेवाएं ऑनलाइन प्राप्त करने के बारे में श्रद्धालु गूगल प्ले स्टोर से 'श्री अमरनाथजी यात्रा' ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।



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