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केरल में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी, देर रात बेंगलुरू में बरसे बादल

Nilmani Pal
18 May 2022 1:02 AM GMT
केरल में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी, देर रात बेंगलुरू में बरसे बादल
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कर्नाटक। बेंगलुरू में कुछ घंटों की बारिश ने हालात खराब कर दिए हैं. जगह-जगह जलभराव हो गया है, सड़कें तालाब बन गई हैं और गाड़ियां रेंगने को मजबूर हैं. अभी भी बारिश रुकी नहीं है जिस वजह से लोगों की मुसीबत और ज्यादा बढ़ सकती है.

मौके से जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें दिख रहा है कि बारिश काफी तेज है और निकासी की समस्या भी सामने आ रही है. सारा पानी सड़क पर ही जमा हो गया है, जिस वजह से क्या पैदल चलने वाले मुसाफिर और क्या गाड़ी में सवार यात्री, सभी पर ब्रेक लग गया है. वैसे कर्नाटक में बारिश की संभावना मौसम विभाग ने पहले ही जाहिर कर दी थी. बताया गया था कि दक्षिण भारत के कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में अगले दो दिन भारी बारिश की आशंका है. अब कर्नाटक में मंगलवार को लगातार बारिश का दौर जारी है. बेंगलुरू में तो जो मौसम पहले सुहावना लग रहा था, अब जलभराव की वजह से जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. रिहायशी इलाकों में भी पानी भर चुका है, सड़क पर खड़ी गाड़ियां ही पानी में डूबती दिख रही हैं. कई घरों में भी पानी घुसा है, स्कूली बच्चे भी पानी में फंसे नजर आ रहे हैं. हर तरफ सिर्फ जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है.

केरल की बात करें तो कई इलाकों के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है. अगले चार दिन भारी बारिश की आशंका जाहिर की गई है. स्थिति को देखते हुए केरल सरकार ने पहले ही एक आपात बैठक बुला ली है. उस बैठक में तमाम तैयारियों पर मंथन किया गया है और बाढ़ जैसी परिस्थिति से निपटने के लिए रणनीति पर काम हुआ है. वैसे यहां पर ये जानना जरूरी हो जाता है कि पहले भी केरल में कई मौकों पर भयंकर बाढ़ देखने को मिली है. साल 2018 की त्रासदी कोई नहीं भूला है जब केरल में भारी बारिश की वजह से करोड़ों का नुकसान हुआ था, लाखों लोगों ने घर खोए थे और कई लोगों की जान भी चली गई थी.

केरल के अलावा असम में भी बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो चुकी है. असम में लगातार हो रही बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन से आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त है. राज्य में करीब 20 जिलों के 1.97 लाख लोग इस बाढ़ से प्रभावित हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले कछार में 51,357 लोग प्रभावित हुए हैं. साल की पहली बाढ़ के कारण 46 राजस्व मंडलों के 652 गांव प्रभावित हुए हैं और बाढ़ के पानी से 16,645.61 हेक्टेयर फसल भूमि बर्बाद हो चुकी है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में मदद के लिए सरकार ने भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, एसडीआरएफ, नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को लोगों के रेस्क्यू के लिए तैनात किया है.

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