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साइबर अपराधी से वसूली, 4 पुलिसकर्मियों को दूसरे राज्य की पुलिस ने पकड़ा, निलंबित!
jantaserishta.com
4 Aug 2023 12:07 PM GMT
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जानें पूरा मामला.
बेंगलुरु: साइबर धोखाधड़ी के आरोपी से जबरन वसूली के आरोप में केरल पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए कर्नाटक के चार पुलिसकर्मियों को शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया। निलंबन आदेश बेंगलुरु पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने दिया है। निलंबित पुलिसकर्मियों की पहचान इंस्पेक्टर शिवप्रकाश, हेड कांस्टेबल विजय कुमार, शिवन्ना और कांस्टेबल संदेश के रूप में हुई है। सभी बेंगलुरु के साइबर-आर्थिक अपराध और नारकोटिक्स (सीईएन) पुलिस स्टेशन से जुड़े थे।
आरोपी पुलिस अधिकारी एक ऑनलाइन धोखाधड़ी मामले के सिलसिले में केरल गए थे, जिसमें चांडक श्रीकांत नामक व्यक्ति से 26 लाख रुपये की ठगी की गई थी। चांडक श्रीकांत से टेलीग्राम पर नीता संपत नाम की महिला ने संपर्क किया था, जिसने उन्हें पार्ट टाइम जॉब की पेशकश करने का लालच दिया था। पीड़ित को प्रोडक्ट की समीक्षा देने और पैसे कमाने के लिए कहा गया था।
नीता संपत ने भारी रिटर्न की पेशकश करते हुए खाते में 26 लाख रुपये ट्रांसफर कराए और लापता हो गई। जिसके बाद चांडक श्रीकांत ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। व्हाइटफील्ड सीईएन पुलिस ने मामले की जांच की। पुलिस ने कर्नाटक के मदिकेरी में इस्साक नाम के व्यक्ति को ट्रैक किया और पाया कि उसके खाते में 2 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।
पुलिस ने इस्साक की गतिविधियों पर नजर रखी और केरल में नौशाद नामक व्यक्ति तक पहुंच गई। आरोपी पुलिस टीम ने केरल के कल्लेमचेरी जाकर नौशाद को हिरासत में ले लिया और कथित तौर पर उससे 3 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की।
नौशाद ने कलामासेरी पुलिस स्टेशन में कर्नाटक पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और आरोप लगाया था कि पैसे नहीं देने पर उसे क्रिप्टो करेंसी मामले में फंसाने की धमकी दी गई थी। नौशाद के आरोप ने कर्नाटक पुलिस विभाग को बड़ी शर्मनाक स्थिति में डाल दिया था। बेंगलुरु पुलिस कमिश्नरेट ने जांच करने और विवरण का पता लगाने के लिए एक एसीपी रैंक के अधिकारी को केरल भेजा था। एसीपी की रिपोर्ट के बाद ही बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने निलंबन आदेश दिया।
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