केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने बुधवार को कहा कि इस साल जून में देश में पांच साल से कम उम्र के लगभग 49 लाख बच्चे कमजोर या लंबाई के हिसाब से कम वजन वाले पाए गए। राज्यसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने कहा कि पोषण ट्रैकर में दर्ज आंकड़ों के अनुसार, जून के महीने में ही देश में मापे गए सात करोड़ के करीब बच्चों में से पांच साल से कम उम्र के सात प्रतिशत बच्चे कमजोर पाए गए।
लाभार्थियों के आधार को पोषण ट्रैकर एप से जोड़ा गया
इरानी ने कहा कि बच्चों के छोटे कद, दुबलेपन, कम वजन की पहचान के लिए पोषण ट्रैकर के तहत प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया जा रहा है। एक अन्य प्रश्न के जवाब में स्मृति इरानी ने राज्य सभा में कहा कि पोषण ट्रैकर एप पर पंजीकृत 94 प्रतिशत से अधिक लाभार्थियों के आधार को प्रणाली से जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि करीब 10.11 करोड़ लाभार्थी पोषण ट्रैकर के तहत पंजीकृत हैं।
पोषण ट्रैकर पर 75.58 लाख गर्भवती महिलाएं और 46.87 लाख स्तनपान कराने वाली महिलाएं पंजीकृत हैं। वहीं, एक अन्य प्रश्न के जवाब में स्मृति इरानी ने कहा कि पिछले पांच साल में चाइल्ड हेल्पलाइन पर 31 करोड़ से अधिक फोन आए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चाइल्ड हेल्पलाइन को आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली-112 के साथ एकीकृत करने की व्यवस्था है। केंद्र ने बच्चों को गोद लेने से संबंधित पोर्टल केयरिंग्स में पिछले तीन वर्ष के दौरान अनाथ, परित्यक्त और सौंपे गए बच्चों की संख्या में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। 2020-21 में ऐसे बच्चों की संख्या 4,521, वर्ष 2021-22 में 5,106 और वर्ष 2022-23 में बढ़कर 5,663 हो गई।