मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महायुति में बगावत देखने को मिली है. कारण, छगन भुजबल के भतीजे और एनसीपी अजित पवार की मुंबई इकाई के अध्यक्ष समीर भुजबल ने पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने नांदगांव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. दरअसल, महायुति में सीट शेयरिंग के मद्देनजर नांदगांव सीट एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पास है और शिंदे पहले ही वहां से मौजूदा विधायक सुहास कांडे को उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं.
दरअसल, समीर भुजबल नंदगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे और वह पार्टी से टिकट की मांग रह थे. एनसीपी के कार्यकर्ता यह सीट समीर भुजबल के लिए मांग रहे थे और एनसीपी कार्यकर्ताओं ने ये भी ऐलान किया था कि वे नंदगांव में सुहास कांडे के समर्थन में काम नहीं करेंगे. लेकिन उनकी नहीं सुनी गई और सीट शेयरिंग फॉर्मूला के तहत ये सीट एकनाथ शिंदे के खाते में चली गई. इसके बाद शिंदे ने यहां से अपनी पार्टी के वर्तमान विधायक सुहास कांडे को टिकट दे दिया.
इसके अलावा मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट पर एनसीपी (शिंदे) बनाम बीजेपी की खींचतान चल रही है. शिंदे चाहते हैं कि पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पत्नी यहां से चुनाव लड़ें. लेकिन बीजेपी भी यहीं से चुनाव लड़ना चाहती है. बीजेपी का कहना है कि प्रदीप शर्मा एंटीलिया और मनसुख हिरन मर्डर केस में आरोपी हैं और उनकी पत्नी को उम्मीदवार नहीं बनाया जाना चाहिए, ऐसे में बीजेपी का उम्मीदवार बेहतर रहेगा.