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पुलिस को फोन पर मिली थी सूचना.
पश्चिम बंगाल के हुगली में एडीएम द्वारा हायर की गई कार में बैठकर शराब पीने वाले एक फर्जी डीएसपी को पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पुलिस की वर्दी में शराब पीने वाले फर्जी डीएसपी सिद्धार्थ चक्रवर्ती के साथ-साथ पुलिस के दो कैजुअल ड्राइवर अमर पाल और शंकर चटर्जी को भी गिरफ्तार किया है.
ये सनसनीखेज मामला चंदन नगर कमिश्नरेट के विख्यात स्टैंड और रानीघाट के पास का है. पकड़े जाने के बाद फर्जी डीएसपी का रौब कम नहीं हुआ. वो चंदन नगर थाने में आईसी की आंख में आंख डाल कर सवाल जवाब कर रहा था. लेकिन जब पुलिसवालों ने सख्ती बरती तो फर्जी डीएसपी के होश ठिकाने आ गए. फिर वो पुलिस से माफी मांगने लगा. रहम की दुहाई देने लगा. आरोपी सिद्धार्थ चक्रवर्ती चंदननगर के बक्शी गली इलाके का रहने वाला है. वह मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में काम करता था.
इस दौरान बेशुमार दौलत और रौब जमाने की लालसा ने उसे फर्जी पुलिस अफसर बना दिया. हुगली जिला आरटीओ दफ्तर के सूत्रों के अनुसार स्कॉर्पियो कार जिसका मालिक दक्षिण 24 परगना जिले के मोगराहाट निवासी पार्थो प्रतिम हालदार है. उसने बताया कि उसने अपनी कार को वार्षिक कॉन्ट्रैक्ट पर बाकायदा हुगली के एडीएम जिला परिषद के दफ्तर को दिया है. उसने यह भी बताया कि यदि इस कार का इस्तेमाल करके कोई भी गैरकानूनी काम किया जाता है तो यह पूरा दायित्व हुगली के एडीएम जिला परिषद का होगा.
फर्जी डीएसपी के साथ गिरफ्तार किए गए पुलिस के कैजुअल ड्राइवर अमरपाल और शंकर चटर्जी चंदननगर के ही गौरबाटी इलाके का रहने वाला है. मामले में चंदननगर कमिश्नरेट के आला अधिकारी क्रमशः चंदननगर कमिश्नरेट के सीपी अर्णब घोष और डीसीपी चंदननगर विदित राज भुन्देश फिलहाल इस मामले के बारे में कोई अहम जानकारी देने से कतरा रहे हैं.
चंदननगर थाने के आइसी सोमेंन पाल ने बताया कि जब उन्हें खबर मिली कि चंदननगर के रानीघाट के पास बाकायदा गवर्नमेंट ऑफ़ वेस्ट बंगाल लिखा हुई पीली प्लेट कार में बैठकर कुछ लोग शराब का सेवन कर रहे हैं. जिसमें एक वर्दीधारी डीएसपी भी है. वे फौरन घटनास्थल पर गए और जांच करने पर सिद्धार्थ चक्रवर्ती को फर्जी डीएसपी पाया. उसकी कार पर लाल और नीली बत्ती भी लगी हुई थी. कार से पुलिस ने एक शराब की बोतल भी बरामद की है.
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