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महिला का रेप: मदद करने वालों ने बनाया हवस का शिकार, पढ़े पूरा मामला

jantaserishta.com
24 May 2022 6:03 AM GMT
महिला का रेप: मदद करने वालों ने बनाया हवस का शिकार, पढ़े पूरा मामला
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इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है.

जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां मंडोर स्थित बालिका गृह से भागी एक विवाहिता से दो लोगों ने दुष्कर्म किया. मंडोर थाना अधिकारी मनीष देव ने बताया कि विवाहिता के साथ एक आरोपी ने अपने कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया तो दूसरे आरोपी ने अपनी कार में दुष्कर्म किया. फिर महिला को प्रतापनगर बस स्टैंड पर छोड़ दिया.

घटना का खुलासा तब हुआ जब बालिका सुधार गृह की संचालिका ने मंडोर पुलिस थाने में महिला के भागने की रिपोर्ट दर्ज करवाई और पुलिस उसे ढूंढते हुए उसके गांव पहुंची. तब युवती ने पुलिस को बताया कि उसके साथ दो बार दुष्कर्म हुआ. पुलिस ने फिर युवती की दी गई जानकारी के आधार पर उन इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जहां-जहां महिला गई थी.
पुलिस को इस दौरान कुछ साक्ष्य मिले और उन्होंने उसी के आधार पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. कड़ी पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया. जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया. मंगलवार को रिमांड पूरा होने के बाद फिर से दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
एसीपी मंडोर राजेंद्र दिवाकर ने बताया की बालिका गृह से देर रात भागी युवती को रात को सोलनपुर रानेरी निवासी कुलदीप बिश्नोई मिला, जिससे उसने बस स्टैंड जाने के लिए मदद मांगी. इस पर कुलदीप उसे अपनी बाइक पर बैठाकर अपने कमरे ले गया जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया फिर सुबह उसे मंडोर के पास छोड़ गया.
यहां युवती को गोदेलाई निवासी बाबूराम जाट कार ड्राइवर मिला. युवती ने उससे बस स्टैंड जाने के लिए मदद मांगी तो उसने उसे कार में बैठा लिया और सुनसान जगह ले जाकर युवती के साथ दुष्कर्म किया. फिर युवती को प्रतापनगर बस स्टैंड छोड़ दिया, जहां से वह अपने गांव चली गई.
पुलिस की एक टीम बालिका सुधार गृह की शिकायत के बाद युवती को गांव से जब जोधपुर लेकर आई तो युवती ने उन्हें पूरी बात बताई. पुलिस ने मामले में 23 वर्षीय कुलदीप बिश्नोई और 22 वर्षीय बाबूराम जाट को गिरफ्तार किया.
जानकारी के अनुसार, बालिका गृह में युवती को गत वर्ष ननद की हत्या के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद भेजा गया था. तब वह नाबालिग थी. उसने पुलिस को बताया कि उसे कई दिनों से पिता और अपने ढाई साल की बच्ची की याद आ रही थी जिसके चलते वह रात को बालिका सुधार गृह से भाग गई. लेकिन घर पहुंचने से पहले उसके साथ हैवानियत हो गई.
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