महाराष्ट्र सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे पर रेप के आरोप लगे हैं. धनंजय मुंडे पर लगे आरोप के बाद सूबे में सियासत उफान पर है. सरकार जहां बैकफुट पर है, वहीं विपक्ष आक्रामक. चौतरफा हमलों के बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि मुंडे से जुड़े रेप केस में निष्पक्ष जांच होगी. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है. गृह मंत्री से जब इस संबंध में सवाल किया गया कि आरोप लगाने वाली महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि अभी तक उसकी एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई है. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी जांच की जा रही है. अनिल देशमुख ने कहा कि जांच जारी है और पुलिस समय पर उचित कार्रवाई करेगी. प्रदेश में कोई भी मंत्री या अधिकारी कानून से ऊपर नहीं है.
सूत्रों के मुताबिक जांच जारी रहने के बावजूद आरोपी धनंजय मुंडे उद्धव मंत्रिमंडल का हिस्सा बने रहेंगे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने भी यह कह दिया था कि वे मंत्रिमंडल में बने रहेंगे. इसे शर्मनाक बताते हुए विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता अतुल भातखलकर ने कहा कि जिस तरह से एनसीपी ने कार्रवाई की है, वह निराशाजनक है. भातखलकर ने कहा कि एनसीपी और शरद पवार का धनंजय मुंडे का बचाव करना शर्मनाक है. कैबिनेट मंत्री पर रेप के आरोप लगे 72 घंटे हो गए लेकिन एफआईआर तक नहीं हुई. लोग जल्द ही सड़क पर उतर विरोध-प्रदर्शन करते नजर आएंगे.
गौरतलब है कि धनंजय मुंडे पर मुंबई की ही एक महिला ने रेप का आरोप लगाया है. मुंडे ने अपने ऊपर लगे आरोप को ब्लैकमेल करने की कोशिश करार देते हुए खारिज कर दिए थे. इन आरोपों को लेकर 14 जनवरी के दिन एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के आवास पर गृह मंत्री अनिल देशमुख, जयंत पाटिल, डिप्टी सीएम अजीत पवार की पार्टी प्रमुख शरद पवार के साथ बैठक हुई थी. शरद पवार ने इसे गंभीर मसला बताया था.
सूत्रों की मानें तो विपक्षी बीजेपी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के कुछ नेताओं ने उसी महिला पर उन्हें भी परेशान करने की कोशिश करने के आरोप लगाए. विपक्षी नेताओं की ओर से आए ऐसे बयानों से मुंडे के दावे को कुछ बल मिला है, जिसमें उन्होंने आरोप को ब्लैकमेल करने की कोशिश बताया था. बता दें कि हाल ही में बीजेपी नेता कृष्णा हेगड़े ने भी कहा था कि यह महिला उन्हें ब्लैकमेल करने के इरादे से कई साल से परेशान कर रही थी