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राकेश टिकैत उठाना चाहते है यूएस में PM मोदी के सामने किसानों का मुद्दा, अमेरिकियों से की ये अपील

Kunti Dhruw
24 Sep 2021 3:35 PM GMT
राकेश टिकैत उठाना चाहते है यूएस में PM मोदी के सामने किसानों का मुद्दा, अमेरिकियों से की ये अपील
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संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अमेरिका में भी पीएम नरेंद्र मोदी के सामने किसानों का मुद्दा उठाया जाएगा।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अमेरिका में भी पीएम नरेंद्र मोदी के सामने किसानों का मुद्दा उठाया जाएगा। इसके लिए किसानों की ओर से अमेरिका में बसे भारतीयों, वहां के नेताओं और अमेरिका की जनता से ट्वीट कर गुजारिश की गई है। अमेरिका के दौरे पर गए प्रधानमंत्री को यह बताया जाए कि किसानों की मांगें पूरी तरह जायज हैं। तीनों कृषि कानूनों को हर हाल में रद्द किया जाना चाहिए।

वह शुक्रवार को कुंडली बॉर्डर पर आयोजित सभा में बोल रहे थे। इस दौरान 27 सितंबर को होने वाले भारत बंद के लिए रूपरेखा तैयार की गई। उन्होंने कहा कि कुंडली बॉर्डर पर विशाल सभा की जा रही है, जिसमें देशभर से साधु-संत व बुद्धिजीवी लोग पहुंचे हैं। कई दिनों से बातचीत रुकी हुई थी, इसलिए यहां बातचीत के लिए सभी पहुंचे हैं।
यह सभी सरकार की खामियों को उजागर करते हुए किसानों के संघर्ष के बारे में बातचीत कर रहे हैं। टिकैत ने कहा कि उन्होंने ट्वीट कर अमेरिका के लोगों से कहा है कि वह वहां गए पीएम मोदी के सामने किसानों का मुद्दा उठाते हुए नो फूड-नो फार्मर के बैनर लगाएं। उन्होंने वहां के राजनीतिज्ञों को भी कहा है कि वह किसानों की आवाज को बुलंद करें। कुंडली बॉर्डर पर रास्ता खोलने के मामले में उन्होंने साफ किया कि संयुक्त किसान मोर्चा जो निर्णय लेगा, वह सभी के लिए मान्य होगा।
चुनाव के समय पंजाब को लेकर रणनीति करेंगे स्पष्ट
पंजाब चुनाव को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि अभी चुनाव में छह महीने का समय है। चुनाव के समय वह पंजाब को लेकर अपनी रणनीति स्पष्ट करेंगे। टिकैत ने एक फिर सरकार को चेताया कि किसान अपनी मांगों को लेकर 10 माह से आंदोलन कर रहे हैं और अगले 10 माह तक भी आंदोलन चलता रहे तो भी कोई फिक्र नहीं लेकिन सरकार को उनकी सुनवाई करनी ही होगी।
सरकार को शुरू करनी है बैठक, किसान तैयार
सरकार से बातचीत के मुद्दे पर टिकैत ने कहा कि बातचीत सरकार को शुरू करनी है। किसान इसके लिए तैयार हैं। सरकार बातचीत की शुरुआत करेगी तो किसान जरूर जाएंगे। इसके लिए सरकार की तरफ से पहल होनी चाहिए। किसान बातचीत से कभी पीछे नहीं हटे।
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