पटना. पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशी और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी अब शायद निर्विरोध न चुने जाएं. दरअसल महागठबंधन की ओर से कोई कैंडिडेट नहीं दिए जाने के बाद अब एक व्यक्ति ने नामांकन दाखिल कर दिया है. सुशील मोदी को टक्कर देने जा रहा यह व्यक्ति पेशे से इंजीनियर बताया जा रहा है. जाहिर है इनका नामांकन अगर सही पाया गया तो इस बार राज्य सभा के उपचुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है.
निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार निर्दलीय प्रत्याशी श्याम नंदन प्रसाद ने भी बुधवार को एक सेट में नामांकन दाखिल किया है. हालांकि नामांकन के लिए जरूरी 10 विधायकों का समर्थन वाला पत्र उन्होंने नहीं दिया है, ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में क्या महागठबंधन की ओर से उन्हें सपोर्ट किया जाएगा?
श्याम नंदन प्रसाद करीब 2:00 बजे नामांकन करने पटना प्रमंडलीय आयुक्त के कार्यालय पहुंचे थे. उन्होंने कहा है कि समाज सेवा करने के लिए राजनीति में आए हैं. बता दें कि इससे पहले वह 2014 में पटना साहिब लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. 10 विधायकों के समर्थन मामले पर उन्होंने बताया कि इस संबंध में वे एनडीए और महागठबंधन के विधायकों से बात करेंगे और गुरुवार को विधायकों का समर्थन पत्र निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में दे देंगे. नामांकन करने के बाद श्यामनंदन प्रसाद ने बताया कि वे पेशे से इंजीनियर रहे हैं.
हालांकि आज नामांकन का अंतिम दिन है ऐसे में टेक्निकल ग्राउंड पर समर्थन पत्र निर्वाचन आयोग कल लेगा अथवा नहीं, यह देखने वाली बात होगी. कल बता दें कि कल यानी 4 दिसंबर तक नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है और पांच दिसंबर को नामांकन पत्र की स्क्रूटनी की जाएगी.