नई दिल्ली। देश में बाल विवाह एक अपराध है और समय समय पर सरकार और कोर्ट द्वारा बाल विवाह के खिलाफ मुहिम चलाते रहते हैं. सबसे हैरान करने वाली बात है कि दिल्ली जैसे शहर में भी अभी तक बच्चियों को बोझ समझकर नाबालिग उम्र में उनका विवाह करवाया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला दिल्ली के कल्याणपुरी इलाके से सामने आया जिसमें एक किशोरी का विवाह जबरन करवाया जा रहा था.
दिल्ली महिला आयोग को एक अज्ञात कॉल के जरिये जानकारी मिली कि किशोरी का विवाह समारोह चल रहा है. शिकायतकर्ता से जानकारी मिलते ही आयोग ने सक्रियता दिखाई और तुरंत एक टीम को मौके पर भेजा. टीम ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और विवाह स्थल पर पहुंची. जब लड़की के परिवारवालों से लड़की के प्रमाण पत्र मांगे गए तो वो कागज दिखाने में काफी समय तक हिचकिचाते रहे. उसके बाद जब टीम ने लड़की के कागज देखे तो पाया कि लड़की नाबालिग है और उसका विवाह गैर कानूनी है.
महिला आयोग की टीम लड़की और उसके परिवारवालों को कल्याणपुरी पुलिस स्टेशन लेकर पहुंची और सभी के बयान दर्ज किए. बयान के बाद लड़की का मेडिकल कराया गया और घटना की जानकारी बाल कल्याण समिति को दी गई. आयोग की कार्रवाई के बाद लड़की को शेल्टर होम में छोड़ा गया. अब लड़की को बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया जाएगा जिसके बाद समिति के आदेशों के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने घटना की जानकारी देते हुए बताया, "इस मामले की जानकारी हमें हमारी 24x7 हेल्पलाइन 181 से मिली. शिकायतकर्ता ने बताया कि लड़की को बचाने के लिए बहुत कम समय है क्योंकि उसका जबरन विवाह करवाया जा रहा है. हमारी टीम तुरंत मौके पर पहुंची और लड़की का विवाह रुकवाया.'