दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल को कथित तौर पर अगवा करने के मामले में दो वीडियो सामने आए हैं. एक वीडियो में कांस्टेबल सचिन अपनी सर्विस पिस्टल हाथ में लेकर बस में बैठा हुआ दिखाई दे रहा है. वीडियो में उसके साथ और भी कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं, जबकि दूसरे वीडियो में सचिन बिना यूनिफार्म का दिख रहा है. इतना ही नहीं वह बता रहा है कि उसने बस लूटने की कोशिश की थी. यह पूरी वारदात 21 अक्टूबर के रात 11 बजे की है. दरअसल दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल को कश्मीरी गेट इलाके से एक निजी बस के चालक और उसके सहायकों ने कथित तौर पर अगवा कर लिया था. बाद में उसे उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में छोड़ दिया गया. अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के भिंड से बस मिली है. पुलिस ने बस मालिक और उसके बेटे को हिरासत में ले लिया है.
पुलिस के मुताबिक यह पूरी घटना बुधवार रात की है, जब कश्मीरी गेट पुलिस थाने में तैनात कांस्टेबल सचिन गश्त ड्यूटी पर था. गश्ती के दौरान कांस्टेबल को बस में से किसी महिला के चिल्लाने की आवाजें सुनाई पड़ी, जिसके बाद उसने बस को रोका. पुलिस ने बताया कि बस के रुकने पर दो सहायक बस चालक कांस्टेबल से बहस करने लगे. उन्होंने बताया कि कांस्टेबल को कुछ संदिग्ध लगा जिसके बाद वह बस में चढ़ गया, लेकिन सहायक बस चालकों ने उसे पकड़ लिया और बस के फ्लोर पर बैठा दिया. इसके बाद बस तेजी से आगे बढ़ गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने सचिन की सर्विस पिस्तौल और दो मोबाइन फोन छीन लिए और उसके साथ मारपीट भी की.
उन्होंने बताया कि जब बस में मौजूद कुछ सवारियों ने इस घटना को लेकर आपत्ति जताई तो उन लोगों ने यात्रियों को भी धमकाया. बाद में आरोपियों ने कांस्टेबल को फिरोजाबाद के निकट मक्खनपुर में उतार दिया. उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों की सहायता से कांस्टेबल मक्खनपुर पुलिस थाने पहुंचा और अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. जांच में पता चला है कि बस का संचालन मुन्ना उर्फ राजीव चौरसिया नामक व्यक्ति और उसका बेटा अंकित करते हैं. पुलिस ने बताया कि मुन्ना के घर पर छापा मारा गया, जिसके बाद दोनों को हिरासत में ले लिया गया है. हालांकि अभी चार सहायक बस चालकों की तलाश की जा रही है. बस को भिंड के मछंद गांव से बरामद कर लिया गया है.