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उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, बागेश्वर-चमौली सबसे ज्यादा प्रभावित

Gulabi
16 Sep 2021 5:22 AM GMT
उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, बागेश्वर-चमौली सबसे ज्यादा प्रभावित
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बारिश का कहर जारी

उत्तराखंड में पिछले महीने भारी बारिश (Uttarakhand Rain) के चलते लैंडस्लाइड (Landslide) और नदियां उफान पर होने के कारण प्रदेश में काफी तबाही हुई. इसके बाद अब सितंबर में भी मानसून (Monsoon) की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. सिंतबर में अब तक 13 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है. मौसम विभाग ने अब चेतावनी दी है कि सिंतबर में अभी और बारिश होगी.

इस जिलों में स्थिति बहुत ज्यादा खराब है. इस महीने बागेश्वर में सामान्य से 200 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है. वहीं देहरादून समेत कुछ जिलों में अभी औसत से कम बारिश ही हुई है. 1 से 14 सितंबर तक के आंकड़ों की बात की जाए तो औसत से ज्यादा बारिश हुई है. इस दौरान 115.9 मिमी बारिश होती है. लेकिन अब तक 131 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है.
कुमाऊं में भारी बारिश का अनुमान
इसी के साथ मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि आने वाले दिनों में कुमाऊं में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. वहीं मंगलवार से यहां येलो अलर्ट जारी किया गया है. बागेश्वर में अब तक 202 फीसदी बारिश दर्ज की गई है. यहां औसत 77.4 मिमी औसम बारिस रहती है. लेकिन इस बार 14 दिनों में ही 234 मिमी बारिश हो चुकी है.
चमौली में 144 प्रतिशत बारिश
वहीं चमौली में 144 फीसदी, चंपावत में 58 फीसदी ज्याद बारिश हुई है. वहीं मैदानी इलाकों में औसत से कम बारिश दर्ज की गई है. नैनीताल में 41 प्रतिशत, यूएस नगर में 39 प्रतिशत, हरिद्वार में 30 प्रतिशत और देहरादून में 25 प्रतिशत बारिश ही दर्ज की कई है.
अभी जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
प्रदेश मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि कम से कम 16 सितंबर तक राज्य में बारिश के आसार बने हुए हैं. कुमाऊं के जिलों में गढ़वाल के जिलों से ज्यादा बारिश होगी. मानसून के दौरान आम रास्ते और हाईवे ठप रहे हैं. कहीं सड़को, पुल टूटने और लैंडस्लाइड की खबरें लगातार बनी रहीं. जानकारी के अनुसार सिर्फ पौड़ी गढ़वाल में ही 36 सड़कों के ठप होने की खबर है. इसमें पीएम ग्रामीण सड़क योजना की करीब दो दर्जन सड़के भी शामिल हैं. इससे पता चलता है कि बारिश कहर ज्यादातर गांवो पर टूटा है.
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