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रेलवे यात्रियों को सिखाया जाएगा ट्रेन में चलने का 'शऊर', बोर्ड ने जारी किया आदेश
Deepa Sahu
20 Jan 2022 1:51 PM GMT
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रेलवे बोर्ड (Railway Board) ने देश के सभी 17 रेलवे ज़ोन (Railway Zone) के प्रिंसिपल चीफ़ कमर्शियल मैनेजर को आदेश दिया है।
रेलवे बोर्ड (Railway Board) ने देश के सभी 17 रेलवे ज़ोन (Railway Zone) के प्रिंसिपल चीफ़ कमर्शियल मैनेजर को आदेश दिया है, कि वो अपने-अपने ज़ोन में चलने वाली ट्रेनों (Trains) में यात्रियों (Passengers) के एटिकेट्स (Etiquette) को मुहिम चलाएं. इसके लिए ट्रेनों में चलने वाले सभी विभागों के स्टाफ़ को सेंस्टिसाइज किया जाएगा. रेलवे बोर्ड के ताज़ा आदेश के अनुसार ट्रेन में चलने वाले टिकट चेकिंग (Ticket Cheacking) स्टाफ़, आरपीएफ़ (RPF), इलेक्ट्रिकल (Electrical) और मैकेनिकल (Mechanical) आदि सभी स्टाफ़ को इस बात की ट्रेनिंग दी जाएगी कि वो आम यात्रियों की सुविधा में बाधक बन रहे बातूनी या बड़बोले यात्रियों को बेहद विनम्रतापूर्वक समझाएं कि वो दूसरे यात्रियों को डिस्टर्ब करने वाला कोई भी कार्य न करे.
रेलवे के पास विभिन्न माध्यमों से लगातार यात्रियों की शिकायतें आ रही थीं कि-
1. कुछ यात्री ज़ोर-ज़ोर से बोलते हैं जिससे दिन में भी डिस्टर्बेंस होती है.
2. कुछ यात्री देर रात तक मुख्य लाईट जलाए रखते हैं जिससे सोना मुश्किल हो जाता है.
3. कुछ यात्री बिना ईयर फ़ोन के मोबाईल पर गाना बजाते हैं.
4. कुछ यात्री ट्रेन में बैठ कर वीडियो चैट करते हुए फ़्रंट या बैक कैमरे से साथी यात्रियों की तस्वीरें भी अपनी कॉल में शामिल कर लेते हैं.
5. कुछ यात्री रात में सोने के वक़्त ऊंची आवाज़ में राजनीतिक या अन्य तरह की बहसें करते हें.
6. रेलवे स्टाफ़ रूखा बर्ताव करते हैं.
रेलवे स्टाफ़ को भी सीखना होगा कस्टमर फ़्रेंडली बर्ताव का ढंग
रेलवे ने अपने आदेश में साफ कर दिया है कि ये एटिकेट और मैनर्स सिर्फ़ उद्दण्ड यात्रियों को ही नहीं बल्कि रेलवे स्टाफ़ को भी सीखना होगा. रेलवे स्टाफ़ को यात्रियों के साथ विनम्रता और सभ्यता से पेश आना चाहिए. किसी परेशानी वाली स्थितियों में भी रेलवे स्टाफ़ को विनम्रता बनाए रखना होगा. रेलवे स्टाफ़ को ये ख़्याल रखना होगा कि उसके किसी व्यवहार के कारण यात्रियों को उसकी शिकायत करने की नौबत न आए.
यात्रियों की सहायता भी है रेलवे स्टाफ़ की ड्यूटी का हिस्सा
रेलवे बोर्ड ने अपने आदेश में ये भी कहा है कि रेलवे स्टाफ़ को ज़रूरतमंद यात्रियों की पूरी सहायता करनी होगी. जैसे-
1. 60 साल से ऊपर के यात्रियों की सहायता
2. दिव्यांग जनों की सहायता
3. मरीज़ यात्रियों की सहायता
4. अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सहायता
आम यात्रियों को रखना होगा इन बातों का ख़ास ख़्याल
अब ट्रेनों में यात्रियों को रात 10 बजे के बहस और ऊंची आवाज़ में बात करना बंद करना होगा. रात 10 बजे के बाद यात्री सिर्फ़ स्टडी लाईट यानी फ़ोकस लाईट ही जला सकेंगे. अगर एक भी यात्री सो रहा है तो केबिन लाईट बंद करनी होगी.
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