रेलवे अफसरों को मिली फटकार, एक यात्री के लिए ट्रेन रोकने का मामला
यूपी। गोरखपुर जंक्शन से बीते 9 मई को तीन ट्रेनें तीन-तीन मिनट की देरी से रवाना हुईं। अफसरों को बताया गया कि यात्रियों के इंतजार में तीनों ट्रेनें लेट हो गईं। इस पर चेताते हुए गाड़ी में सवार एक हजार यात्रियों सुविधाओं का ख्याल रखने की हिदायत दी गई।
गोरखपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनस जाने वाली एलटीटी एक्सप्रेस खुलने के लिए तैयार थी लेकिन तभी एक यात्री को आता देखकर ट्रेन को तीन मिनट रोक लिया गया। वहीं आनंद विहार एक्सप्रेस एक महिला यात्री को भागता हुआ देखकर निर्धारित समय से तीन मिनट देर से रवाना हुई। इसी तरह गोरखपुर से कोचुवेली तक जाने वाली राप्तीसागर एक्सप्रेस भी लेट-लतीफ यात्री के चलते तीन मिनट की देरी से चली। इतना ही नहीं लखनऊ में भी इसी तरह की देरी का शिकार एक गाड़ी हुई। एक महिला यात्री का इंतजार लखनऊ से कासगंज तक जाने वाली ट्रेन के तीन मिनट देरी से खुलने की वजह बताई गई है।
इस तरह की लेटलफीफी पर परिचालन विभाग के उच्च अफसर ने जमकर नाराजगी जताई है और सभी अफसरों को चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसा दोबारा न हो। ट्रेन यात्रियों की सुविधा के लिए है। लेट-लतीफ यात्रियों के लिए ट्रेन को लेट न करें
परिचालन विभाग के वरिष्ठ अफसरों ने सख्त निर्देश दिए हैं कि भविष्य में ऐसा न हो। किसी यात्री के लिए ट्रेन न रोकी जाए। ट्रेन में सैकड़ों की संख्या में यात्री सवार रहते हैं। ऐसे में ट्रेनों की पंक्चुअल्टी अच्छी बनाएं रखें।