भारत

रेलवे परीक्षार्थी हिंसक: ट्रैक पर उतरे अभ्यर्थी, तोड़फोड़-आगजनी व फायरिंग के बीच रेल सेवा चरमराई, जानें अबतक क्या कुछ हुआ

jantaserishta.com
27 Jan 2022 3:32 AM GMT
रेलवे परीक्षार्थी हिंसक: ट्रैक पर उतरे अभ्यर्थी, तोड़फोड़-आगजनी व फायरिंग के बीच रेल सेवा चरमराई, जानें अबतक क्या कुछ हुआ
x

नई दिल्ली: नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरीज (RRB- NTPC) के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा कराई गई परीक्षा में कथित गड़बड़ी के खिलाफ बिहार में मचे बवाल के तीसरे दिन, गया जंक्शन पर एक ट्रेन में आग लगा दी गई. हालांकि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ. घटना के बाद, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट नहीं करने का आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों का समाधान किया जाएगा.

मंत्रालय ने फिलहाल आरआरबी एनटीपीसी और लेवल 1 की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है. पूरे मामले को लेकर पटना, मुजफ्फरपुर, नालंदा समेत कई जिलों में हंगामा जारी है.
इस बीच, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने विरोध करने वाले उम्मीदवारों के 'दमन' की निंदा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया और सरकार से बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने को कहा. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की और सरकार से मांग की है कि गिरफ्तार उम्मीदवारों को रिहा किया जाए.
जानें अबतक क्या कुछ हुआ
- बुधवार को भर्ती परीक्षा को लेकर रेलवे में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने एक ट्रेन में कथित तौर पर आग लगा दी थी. घटना बिहार के गया रेलवे स्टेशन की है. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में तोड़फोड़ और पथराव किया. रेलवे स्टेशन के पूरे प्लेटफॉर्म पर पत्थर देखाई पड़ रहे थे और सामने आई तस्वीरों में ट्रेन की टूटी खिड़कियां भी दिखाई दे रही थीं. गया जंक्शन पर विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई भी घायल नहीं हुआ.
- पूर्व मध्य रेलवे के एक अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पटना के बाहरी इलाके तारेगाना और बिहार के जहानाबाद में भी प्रदर्शन हुए. उन्होंने कहा कि बिना किसी परेशानी के आंदोलनकारियों को शांत किया गया. मंगलवार को बिहार के पटना, नवादा, मुजफ्फरपुर, बक्सर और भोजपुर जिलों से विरोध प्रदर्शन की खबरें आईं. प्रदर्शनकारी रेल की पटरियों पर बैठ गए, जिससे ट्रेन की आवाजाही बाधित हो गई. परिणामस्वरूप कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं या वैकल्पिक मार्गों पर चलाई गईं. अधिकारियों ने बताया कि सीतामढ़ी में पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की. इधर, उत्तर प्रदेश में भी विरोध की खबरें हैं.
- बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट नहीं करने का आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों का समाधान किया जाएगा. इससे पहले दिन में, मंत्रालय ने नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरीज (RRB- NTPC) और लेवल-1 परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे संबंधित मुख्यमंत्रियों के संपर्क में है और इस मुद्दे को "संवेदनशीलता" से संभाला जा रहा है. उन्होंने कहा, "अगर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचता है तो अधिकारी उचित प्रक्रिया का पालन करेंगे."
- इस मसले के समाधान के लिए केंद्र ने एक कमेटी का गठन किया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उम्मीदवारों से अपनी शिकायतों को औपचारिक रूप से समिति के सामने रखने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "इस उद्देश्य के लिए एक ईमेल आईडी बनाई गई है. समिति देश के विभिन्न हिस्सों में जाएगी और शिकायतों को सुनेगी." उन्होंने यह भी कहा कि सभी रेलवे भर्ती बोर्ड के अध्यक्षों को उम्मीदवारों की चिंताओं को सुनने, उन्हें जुटा कर समिति को भेजने के लिए कहा गया है.
- छात्रों द्वारा किए जा रहे आंदोलन पर रेलवे ने सख्त रवैया अपनाया है. आंदोलन करने वाले छात्रों की वीडियो अथवा सीसीटीवी कैमरे से पहचान करायी जाएगी. इन लोगों को रेलवे में नौकरी की पात्रता से आजीवन वंचित किया जाएगा. रेलवे मंत्रालय की ओर से आधिकारिक बयान जारी कर ऐसे छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि छात्रों का यह आंदोलन चरम अनुशासनहीनता का उदाहरण है.
क्यों हंगामा कर रहे उम्मीदवार?
उम्मीदवार दो चरणों में भर्ती परीक्षा आयोजित करने के रेलवे के फैसले का विरोध कर रहे हैं. उनका दावा है कि अंतिम चयन के लिए दूसरे चरण में आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा, पहले चरण में उत्तीर्ण करने वालों को "धोखा" देने के समान है. कंप्यूटर आधारित पहले चरण की परीक्षा के परिणाम 15 जनवरी को जारी किए गए थे. लगभग 1.25 करोड़ उम्मीदवारों ने उन परीक्षाओं के लिए आवेदन किया था. उम्मीदवार भर्ती अभियान की स्क्रीनिंग प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं. आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा तिथियों के अनुसार, दूसरे चरण की परीक्षा, जिसके लिए 7 लाख उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था, वह 14 और 18 फरवरी को आयोजित की जानी थी. परीक्षा अब स्थगित है.


Next Story