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पश्चिम बंगाल पुलिस डिटेक्टिव टीम ने शुक्रवार को वकील राजीव कुमार के रांची स्थित दो ठिकानों पर छापेमारी की. इस छापेमारी में कोलकाता के दौरान टीम को कई डिजिटल उपकरण सहित अन्य दस्तावेज बरामद किये गए हैं.
दरअसल, ये छापेमारी बंगाल डिटेक्टिव डिपार्टमेंट में हुई थी. 10 घंटे तक चली इस छापेमारी में पुलिस के हाथ कई अहम दस्तावेज लगे हैं. इस दौरान रांची पुलिस भी डिटेक्टिव टीम के साथ मौजूद थी. गौरतलब है कि कोलकाता पुलिस ने ब्लैकमेलिंग के आरोप में राजीव कुमार को ₹50 लाख के साथ गिरफ्तार किया था.
अमित अग्रवाल नामक व्यवसायी ने अधिवक्ता राजीव कुमार के खिलाफ शिकायत की थी. इस मामले में वो 6 दिनों की रिमांड पर भी हैं. कोलकाता पुलिस इस मामले की जांच कर रही हैं
बता दें कि झारखंड हाईकोर्ट के सीनियर अधिवक्ता राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन्हें कोलकाता पुलिस के एआरएस डिपार्टमेंट ने हैरिसन स्ट्रीट में अवस्थित बिजनेस कॉम्प्लेक्स से गिरफ्तार किया था.
अधिवक्ता राजीव कुमार पर आरोप है कि वे एक केस को मैनेज करने के लिए 50 लाख रुपये मांग कर रहे थे. जानकारी के अनुसार वो पर्यावरण सं संबंधित एक केस को मैनेज करने के लिए वे क्लाइंट से 50 लाख रूपए की मांग रहे थे. इसी मामले पर पश्चिम बंगाल की एंटी राउडी स्कॉयड ने उन्हें पकड़ लिया है. इसको लेकर हाईकोर्ट के अधिवक्ता सोमवार को न्यायिक कार्य से अलग रहे थे. यह निर्णय एडवोकेट एसोसिएशन झारखंड हाईकोर्ट की आपात बैठक में लिया गया था. हाईकोर्ट के अधिवक्ता सोमवार सुबह आम दिनों की तरह कोर्ट पहुंचे, लेकिन काम से दूरी बनाकर रखा.
अधिवक्ता राजीव कुमार के पिता ने झारखंड हाईकोर्ट में हैवियस कॉरपस फाइल किया है. उन्होंने कहा है कि उनके बेटे को गलत तरीके से फंसाकर गिरफ्तार किया गया है. इसलिए हाईकोर्ट में राजीव कुमार की उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाए.
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