लता मंगेशकर के निधन पर राहुल गांधी का ट्वीट - उनकी सुरीली आवाज दिलों में गूंजती रहेगी
दिल्ली। लता मंगेशकर के निधन पर राहुल गांधी ने शोक जताया है. और ट्वीट कर लिखा - वे कई दशकों तक भारत की सबसे प्रिय आवाज बनी रहीं। उनकी सुरीली आवाज अमर है और उनके प्रशंसकों के दिलों में गूंजती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है.
लता मंगेशकर के निधन की खबर से मनोरंजन जगत में सन्नाटा पसर गया है. लता मंगेशकर लगभग एक महीने से बीमार चल रही थीं. 8 जनवरी को उन्हें कोरोना संक्रमित होने के बाद लता मंगेशकर को मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लता को कोरोना के साथ निमोनिया भी हुआ था. लता दीदी की उम्र को देखते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें आईसीयू में एडमिट किया था. तब से वह लगातार संघर्ष ही कर रही थीं. इलाज के दौरान बस 2 दिन के लिए उन्हें वेंटिलेटर से हटाया गया था. फिर जैसे ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी फिर से लता को वेंटिलेटर सपोर्ट पर लाया गया था.
सोशल मीडिया पर लता मंगेशकर के निधन की खबर सुन फैंस और सेलेब्स शॉक्ड हैं. सभी सिंगर की आत्मा को शांति मिलने की दुआ कर रहे हैं. फैंस की आंखें नम हैं. आज हर भारतीय की आंखों में आंसू है. लता मंगेशकर की सुरीली आवाज उनके चाहनेवालों के कानों में गूंज रही है. अब ये आवाज हमेशा के लिए मौन हो गई है.
लता मंगेशकर का म्यूजिक इंडस्ट्री में योगदान अतुलनीय था. जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता. 78 साल के करियर में लता मंगेशकर ने 25 हजार गाने गाए. लता को कई सारे पुरस्कारों से नवाजा गया था. वे तीन बार नेशनल अवॉर्ड विनर रही थीं. इसके अलावा दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड और भारत रत्न से भी उन्हें नवाजा गया था. लता मंगेशकर ने 5 साल की उम्र में काम करना शुरू कर दिया था. जिस उम्र में बच्चे खेलते पढ़ते हैं तब लता मंगेशकर ने घर की जिम्मेदारी संभाली थी. अपने भाई-बहनों के बेहतर भविष्य के लिए कभी शादी नहीं की थी. लता मंगेशकर चाहे ये दुनिया छोड़कर चली गई हैं. लेकिन अपने सदाबहार गानों की विरासत फैंस के लिए छोड़ गई हैं. लता दीदी के इन गानों ने उन्हें इस दुनिया में अमर कर दिया है.