गुजरात। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज गुजरात के आदिवासी इलाके दाहोद में रैली करने जा रहे हैं. इस रैली के जरिए कांग्रेस जल, जमीन, जंगल के अधिकार को लेकर लोगों को जोड़ने की कोशिश करेगी. इसके साथ ही इस रैली को गुजरात में राहुल गांधी के चुनावी प्रचार की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है. कांग्रेस गुजरात में खाट पंचायत भी करने की तैयारी कर रही है.
राहुल गांधी सुबह 10 बजे दाहोद के नवजीवन कॉलेज ग्राउंड में आदिवासी सत्याग्रह रैली को संबोधित करेंगे. यहां पर राहुल 500 से ज्यादा आदिवासी नेताओं के साथ बातचीत करेंगे. दरअसल, गुजरात में राहुल की आदिवासी सत्याग्रह रैली को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि गुजरात में ST-SC और आदिवासी समाज को मिलाकर करीब 40 सीट पर खासा प्रभाव है. राहुल गांधी अपने इस दौरे के दौरान दक्षिण गुजरात से लेकर मध्य गुजरात और उत्तर गुजरात के आदिवासियों को साधने की कोशिश करेंगे.
सभा के बाद राहुल गांधी यहां के स्थानीय आदिवासी नेताओं से भी मिलेंगे और उनकी समस्याएं जानेंगे. बता दें कि अब तक आदिवासियों को कांग्रेस का पांरपारिक वोट बैंक माना जाता रहा है. 2017 के विधनासभा चुनाव के बाद बीजेपी ने बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की और 5 से ज्यादा कांग्रेस के आदिवासी विधायकों को बीजेपी में शामिल कराया. उपचुनाव में आदिवासी वोट बैंक पर बीजेपी ने सेंध लगाकर चौंका दिया था. कांग्रेस एक बार फिर अपने पारंपारिक वोट बैंक को साधे रखने की कोशिश कर रही है. इसके लिए पार्टी ने अंबाजी से उमरगांव के सभी आदिवासी इलाकों में 1000 छोटे-छोटे खाट पंचायत का ऐलान किया है. साथ ही यहां के स्थानीय कांग्रेस के नेता एक पेज समिति भी बनाएंगे. ताकि आदिवासी वोट बैंक को ना खिसकने दिया जाए.
बता दें कि गुजरात में आम आदमी पार्टी भी विधानसभा में पूरे दमखम के साथ उतरने की तैयारी में है. पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में आदिवासियों के समर्थन में एक रैली भी की थी. इस रैली में केजरीवाल की पार्टी AAP और छोटू भाई वसावा की पार्टी BTP ने गठबंधन करने का ऐलान किया है. BTP को आदिवासियों की पार्टी माना जाता है.