भारत

लोकसभा चुनाव में हार की हताशा से नहीं उबरे राहुल गांधीः पीयूष गोयल

Admindelhi1
7 Jun 2024 3:34 AM GMT
लोकसभा चुनाव में हार की हताशा से नहीं उबरे राहुल गांधीः पीयूष गोयल
x
राहुल गाँधी मार्केट के लोगों का कॉन्फिडेंस कम कर रहे हैं: पीयूष गोयल

दिल्ली: लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो जाने के बाद भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर थमता नहीं दिख रहा है। राहुल गांधी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीएम मोदी (PM Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में विपक्ष की हार से अभी भी उबर नहीं पाए हैं. वे अब मार्केट के लोगों का कॉन्फिडेंस कम कर रहे हैं. निवेशकों में भय पैदा करने की कोश‍िश कर रहे हैं. भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है और पूरी दुनिया उसको इसी न‍िगाह से देख रही है. जेपीसी की मांग बेबुनियाद है.

हार की हताशा से नहीं उबरे राहुल गांधीः भाजपा: वहीं, राहुल गांधी को जवाब देने के लिए भाजपा नेता पीयूष गोयल ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता पर जमकर हमला बोला। पीयूष गोयल ने कहा कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Result 2024) में विपक्ष की हार की हताशा से राहुल गांधी अभी उबर नहीं पाए हैं और वह भाजपा और हमारे नेताओं पर अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं। पीयूष गोयल ने इस दौरान राहुल गांधी पर मार्केट के इंवेस्टर्स को भी गुमराह करने की साजिश रचने का आरोप लगाया।

पीयूष गोयल ने राहुल गांधी से पूछा ये सवाल: पीयूष गोयल ने कहा कि मोदी सरकार के 10 साल के सफल कार्यों से मार्केट में हमारे भारतीय निवेशकों ने लाभ लिया। यही वजह है कि आज देश और दुनिया का विश्वास भारत के ऊपर है, मोदी जी के ऊपर है। भाजपा नेता ने इस दौरान राहुल गांधी से भी सवाल किया। उन्होंने कहा कि आज लोगों के सामने सबसे बड़ा प्रश्न ये खड़ा हो रहा है कि जो-जो वादे राहुल गांधी ने किए थे उसका क्या हुआ?

पीयूष गोयल ने कहा, राहुल को चिंता करनी चाहिए कि रुझान में जब उनको बढ़त मिली तो मार्केट गिरा. वो ये साबित करता है कि जनता निवेशकों को उनपर भरोसा नहीं है. जब ये पक्का हो गया है कि मोदी सरकार ही है तब निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. उन्‍होंने दावा किया क‍ि सारे रिफार्म जारी रहेंगे. हमारे सहयोगी दल ये समझते हैं. प्रधानमंत्री मोदी के विजन से भारत आगे बढ़ रहा है. इंडी गठबंधन सिर्फ सीट एडजस्टमेंट बन गया है.

Next Story