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एंटी रैगिंग हेल्पलाइन (Anti-Ragging Helpline) पर एक गुमनाम ई मेल (An anonymous email) में दावा किया गया कि अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज (Government Medical College Amritsar) के प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ पिछले कुछ दिनों से रैगिंग की जा रही है. इस मामले में राष्ट्रीय रैगिंग विरोधी हेल्पलाइन (National Anti-Ragging Helpline) ने शिकायत दर्ज की है और सोमवार को इसे कॉलेज के अधिकारियों को भेज दिया है. टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि छात्रों को अपने कपड़े उतारने और उन्हें शर्मसार करने के लिए कहा जा रहा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल राजीव देवगन ने शिकायत की पुष्टि करते हुए बताया कि संस्थान ने तुरंत एक हफ्ते का सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया है. उन्होंने कहा कि पुलिस को ई मेल भेज दिया है और प्रथम दृष्टया यह घटना दो गुटों के बीच आपसी रंजिश का लगता है. उन्होंने कहा, 'यह छात्रों के एक समूह द्वारा एक फेक ई मेल की तरह दिखता है. परिसर में एक समारोह था जिसका एक समूह विरोध कर रहा था. हमने सीसीटीवी फुटेज की जांच की है और कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है. हम मामले को देखेंगे. ऐसा लगता है कि किसी ने मंच का दुरुपयोग किया है.'
ई मेल लिखने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह छात्रों की पहचान छिपाकर रख रहा है. ई मेल में छात्र ने कहा, 'मैं एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र हूं. मैं रैगिंग के लिए हमारे तत्काल वरिष्ठों के खिलाफ शिकायत करना चाहता हूं. पिछले कुछ दिनों से वे हमें 1 बजे फोन करके कहते हैं कि यह फ्रेशर्स के लिए एक इंट्रो है.' गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने रैगिंग पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. इसके लिए सख्त कानून भी बनाया गया है, जिसमें दोषी छात्र को कक्षा से निलंबित करने का भी प्रावधान है. कोई भी पीड़ित छात्र पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है.