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पर्ची बनाने के लिए लगाए जाएंगे क्यूआर कोड व स्कैनर, निदेशक ने जारी किया आदेश

Admin2
17 Nov 2022 4:11 PM GMT
पर्ची बनाने के लिए लगाए जाएंगे क्यूआर कोड व स्कैनर, निदेशक ने जारी किया आदेश
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नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली की ओपीडी में उपचार के लिए आ रहे नए व अनुवर्ती मरीजों की पर्ची आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) से बनेगी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत 21 नवंबर से राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी में यह सेवा शुरू होगी। इसके तहत ओपीडी में स्कैनर और क्यूआर कोड की सेवाएं शुरू की जाएगी। पायलेट प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद एक जनवरी से इस सुविधा को पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट को लेकर एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास ने आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि एम्स में आभा के माध्यम से पर्ची बनाने की सुविधा विकसित की जाए। इस सेवा के माध्यम से मरीजों को पर्ची बनाने के लिए लंबी लाइनों में इंतजार नहीं करना होगा। वहीं, जिन मरीजों के पास स्मार्टफोन नहीं है, उनकी आभा आईडी बनाने के लिए काउंटर और कियोस्क बनाए जाएंगे। यह सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक आभा आईडी तैयार करेंगे। 21 नवंबर से यह पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू होगा। वहीं 1 जनवरी 2023 को एम्स नई दिल्ली के सभी ओपीडी में लागू हो जाएगी।
बता दें कि एम्स की ओपीडी में आने वाले मरीज पंजीकरण के लिए लंबी लाइनें लगती है। कई मरीजों के पास आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) उपलब्ध होने के बावजूद पंजीकरण के लिए मरीज को परेशान होना पड़ता है। इस समस्या को दूर किया जाएगा।
सभी मरीजों का तैयार होगा डाटा
एम्स में उपचार करवाने आ रहे सभी मरीजों का 'व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड' (पीएचआर) तैयार किया जाएगा। इनमें मरीज की पर्ची, मेडिकल रिपोर्ट व अन्य को 'डिजिलॉकर' में रखा जाएगा। इसके अलावा मरीजों की जागरूकता के लिए एक वीडियो संदेश भी तैयार किया जाएगा जिसे ओपीडी में 30 नवंबर से चलाया जाएगा।
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