पंजाब के मनोनीत सीएम भगवंत मान आज संसद की सदस्यता से देंगे इस्तीफा
पंजाब। पंजाब में प्रचंड जीत पाने के बाद भावी मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान सोमवार को सांसद पद से इस्तीफा देंगे. पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने से पहले उन्हें सांसद पद से इस्तीफा देना होगा. भगवंत मान ने जीत दर्ज करने के बाद अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं की मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. भगवंतन मान की इस उपलब्धी की चर्चा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है.
पंजाब की राजनीति में भूचाल लाने वाली आम आदमी पार्टी के आगे बड़े-बड़े दिग्गज फेल हो गए. यहां तक कि चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर जैसे नेता भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. भगवंत मान की बात करें तो उन्होंने धुरी विधान सभा सीट से अपने विरोधी को 58 हजार से अधिक वोटों के अंतर से पटखनी दी. AAP ने 117 सदस्यीय पंजाब विधान सभा चुनाव में 92 सीटों पर रिकॉर्ड जीत दर्ज की. नतीजे घोषित होने के बाद शनिवार को भगवंत मान ने पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात की थी. राज्यपाल से मुलाकात में उन्होंने राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया. अब भगवंत मान 16 मार्च को नवांशहर जिले में महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
आइये अब आपको बताते हैं भगवंत मान एक कॉमेडियन से मुख्यमंत्री कैसे बने? राजनीति के मैदान में उतरने से पहले भगवंत मान की पहचान एक कॉमेडियन के तौर पर होती थी. मान पंजाब की इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के जाने-माने चेहरों में से एक हैं. उन्होंने राजनीति में पंजाब की पीपुल्स पार्टी से कदम रखा. अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने मनप्रीत सिंह बादल की पार्टी पंजाब पीपल्स पार्टी से की, लेकिन बाद में मनप्रीत कांग्रेस में शामिल हो गए और उसी वक्त भगवंत ने आम आदमी पार्टी का हाथ थाम लिया.