बात दें कि इसके पहले पंजाब में अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू की आपसी लड़ाई में चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बनाया गया। खुद एक दलित समुदाय से आने वाले चन्नी के ऊपर कांग्रेस ने पंजाब चुनाव में जीत दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी दी है। पंजाब में सरकार बनाने में दलितों की बड़ी भूमिका रहती है। खास कर दोआबा के क्षेत्र में। पंजाब के दलितों में संत रविदास के प्रति गहरी आस्था है और देश-दुनिया में फैले रैदासियों का जमावड़ा रविदास जयंती पर काशी में आता है।
पंजाब की सियासत में संत रविदास को मानने वाले श्रद्धालुओं की इस मंदिर में गहरी आस्था है। पंजाब-हरियाणा और पश्चिमी यूपी की सियासत में संदेश देने के लिए यहां राजनेताओं का जमावड़ा लगा रहता है। हर बार की तरह इस बार भी मंदिर प्रबंधन ने तमाम राजनेताओं को रविदास जयंती पर आने का आमंत्रण दिया है। यूपी चुनाव के साथ-साथ पंजाब में भी चुनाव है। ऐसे में पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी आज वाराणसी आ रहे हैं।